Las Luminarias Festival: क्यों निभाई जा रही है यहां ये अजीबों- गरीब परंपरा?
Las Luminarias Festival: इस दुनिया में अलग अलग देश, राज्य और जगहों के अलग अलग रीति रिवाज हैं और परंपराएं हैं। इन जगहों पर रह रहे लोगों के लिए ये रीति- रिवाज काफी माएने रखते हैं लेकिन इन परंपराओं में से कई परंपराएं इनती अजीबों- गरीब होती हैं जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता है। ऐसी ही एक अजीबों गरीब परंपरा (Las Luminarias Festival) है जहां घोड़ों को धधकती आग में कुदवा दिया जाता है।
ये अजीबो गरीब परंपरा (Las Luminarias Festival) स्पेन के एक गांव में निभाई जाती है। 500 साल पुरानी ये परंपरा (Las Luminarias Festival) स्पेन के सैन बार्टोलोम डी पिनारिस गांव में निभाई जाती है। इस गांव में लास ल्युमिनारिएस (Las Luminarias Festival) परंपरा को यहां के लोग खूब जोश के साथ मनाते हैं।
इस परंपरा को एक त्योहार की तरह मनाया जाता है जिसे एक संत की याद में मनाया जाता है जिनका नाम था सेंट एंथोनी। हर साल ये त्योहार (Las Luminarias Festival) जनवरी की 17 और 18 तारीख को मनाया जाता है जिसमें स्पेन के लोग बढ़- चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
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एक ऐसा गांव जहां लोगों को उनके नाम से नहीं बल्की सीटियों की अलग अलग धुनों से बुलाया जाता है। |
इस त्योहार (Las Luminarias Festival) को लेकर यहां के लोगों की मान्यता है कि ऐसा करने से जानवर सुरक्षित रहते हैं। दरअसल यहां के लोग सेंट एंथोनी को जानवरों का रक्षक मानते थे और उनसे बेहद प्रेम करते थे, यही कारण है कि सेंट एंथोनी की याद में हर साल स्पेन में इस त्योहार (Las Luminarias Festival) को मनाया जाता है ताकी घोड़ों पर सेंट एंथोनी का आशीर्वाद बना रहे।
इस त्योहार (Las Luminarias Festival) में ड्रम और स्पैनिश बैगपाइप बजाने का रिवाज है, इसके बाद पेड़ों की सूखी टहनियों को जलाया जाता है जो धीरे- धीरे विशाल आग में तब्दील हो जाती है। जैसे ही आग की लपटें तेज़ हो जाती हैं वैसे ही घोड़े के मालिक अपने घोड़ों को लेकर आग पार करने के लिए आग में कूद जाते हैं।
ऐसा करने के पीछे इन लोगों की मान्यता है कि घोड़े जब इस पवित्र अग्नी को पार करते हैं तो वह साल भर स्वस्थ रहते हैं और उन्हें कोई बीमारी नहीं लगती। ये घोड़े इस पवित्र अग्नी से पवित्र हो जाते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार के कोई भी रोग नहीं लगते हैं।
हालांकि एनिमल राइट एक्टिविस्ट्स इस परंपरा (Las Luminarias Festival) का पूरजोर विरोध करते आए हैं। उनका मानना है कि ये और कुछ नहीं बल्की बेजुबान जानवरों को मौत के कुएं में ढकेलने जैसी परंपरा है। वहीं दूसरी तरफ स्पेन के लोगों का कहना है कि धधकती आग को पार करने के बाद जानवरों के शरीर पर चोट या जलने का एक भी निशान नहीं दिखाई देता।
स्पेन में मनाने वाले इस जश्न (Las Luminarias Festival) को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं और जैसे जैसे इस जश्न में हर साल लोगों भी भीड़ बढ़ती जा रही है वैसे वैसे इस आग का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है।
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