Golden Forest: यहां के लोग बिना रुकावट ले जा सकते हैं कितना भी सोना
Golden Forest: पृथ्वी पर मौजूद वो जंगल जहां चारों ओर केवल सोना ही सोना बिखरा पड़ा है, इसी कारण इन दिनों इस जंगल को सोने का जंगल (Golden Forest) कहकर भी बुलाया जा रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में एक ऐसे जंगल की तस्वीर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें चारों ओर सोना ही सोना (Golden Forest) बिखरा पड़ा है और कहीं सोने की नदियां बहती नजर आ रही हैं।
ये तस्वीर पेरू के अमेजन जंगलों की है जिसे अंतरिक्ष से खींचा गया है। इस तस्वीर को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से एक एस्ट्रोनॉट द्वारा पृथ्वी की निचली कक्षा में चक्कर लगाते समय लिया गया है, जिसमें जंगल के चारों तरफ सोना ही सोना (Golden Forest) बिखरा दिखाई दे रहा है। यह तस्वीर एस्ट्रोनॉट द्वारा निकॉन डी5 डिजिटल कैमरा से ली गई है।
असल में तस्वीर में जिस जंगल में सोना (Golden Forest) बिखरा दिखाई दे रहा है वो कोई सोना नहीं है बल्की सोने के गड्ढे हैं, जिनका अवैध खनन किया जा रहा है। ये तस्वीर पेरू के अमेजन जंगल में हो रहे अवैध खनन की मुसीबत को दर्शा रहा है।
जंगल की यह तस्वीर पेरू के माद्रे-दे-दियोस राज्य की बताई जा रही है। माद्रे-दे-दियोस अमेजन के वर्षावनों में स्थित है जहां नदियां, तालाब और पानी से भरी कई घाटियां मौजूद हैं। इस इलाके में इनामबारी नदी भी स्थित है।
वहीं जंगल के बीच में दिख रहा सोना (Golden Forest) असल में सोने के गड्ढे हैं जहां अवैध खनन किया जाता है। इन गड्ढों को बनाने वाले लोग स्वतंत्र लोग है जो अपना गुजारा इन्हीं सोने के गड्ढों से करते हैं। मगर ऐसा करने से इन जंगलों को नुकसान पहुंच रहा, जंगल धीरे धीरे काटे जा रहे हैं और इसकी मिट्टी धीरे धीरे खिसकती जा रही है।
ये सुनहरा जंगल (Golden Forest) करीबन 15 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। बता दें कि पेरू विश्व का छठा सबसे बड़ा सोने का उत्पादक है और यहां का राज्य माद्रे-दे-दियोस सबसे बड़ा स्वतंत्र खनन का केंद्र है, जिसका मतलब है कि यहां किसी के भी खनन करने पर रोक नहीं है। यही कारण है कि अमेजन के जंगलों को सोने के लिए लगातार काटा जा रहा है और इसी कारण यहां प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है।
दरअसल सोना निकालने की प्रोसेस में मरकरी का इस्तेमाल किया जाता है और इस इलाके में ज्यादा सोना निकालने के लिए मरकरी का भी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है जिसके कारण इस पूरे इलाके में मरकरी का स्तर बढ़ता जा रहा है और साथ ही प्रदूषण का भी।
आपको बता दें कि सोने के खनन में और सफाई के लिए मिथाइलमरकरी को यूज किया जाता है। इसके ज्यादा उपयोग से जंगलों के भारी नुकसान पहुंचता है, ये एक सुपर टॉक्सिक पदार्थ है जो कि न्यूरोटॉक्सिन है। यह प्रदूषण नदियों और तालाबों के जरिए फैलता है जिससे आज आधे से ज्यादा दक्षिण अमेरिका ग्रसित है।
वहीं क्योंकि ये जंगल एक स्वतंत्र खनन केंद्र है तो इसके कारण यहां लोगों के बीच सोने के अवैध खनन को लेकर कई बार हिंसा भी देखने को मिलती है। यहां सोने के अवैध खनन (Golden Forest) को लेकर 1990 में 16 यानोमामी लोगों की हत्या कर दी गई थी, इन लोगों में एक बच्चा भी शामिल था।
इसके बाद ऐसी ही एक घटना 2020 में भी सामने आई जब अवैध खनन के कारण 2 यानोमामी लोगों को मार दिया गया था, इन लोगों की हत्या सोने का अवैध खनन कर रहे लोगों द्वारा की गई थी। यहां के लोगों की मुख्य आजीविका यही सोने के गड्ढें (Golden Forest) हैं और इन्हीं में से अपनी जरूरत अनुसार सोना निकालकर ये लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
इन जंगलों पर जब सूरज की तेज किरणें पड़ती है तो यहां मौजूद सोने की खदानें (Golden Forest) काफी तेज चमकती हैं, इनकी रोशनी इतनी तेज होती है कि ये अंतरिक्ष से तक साफ दिखाई देती है। सोने की इन खदानों (Golden Forest) को अंतरिक्ष से देखने पर ऐसा लगता है मानों जंगल में सोने की नदी (Golden Forest) बह रही हो, मगर असल में ये सोने का खनन करने वाले गड्ढे होते हैं जिनके चारों ओर मिट्टी होती है।
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