UTTARAKHAND DEVBHOOMI DESK:उत्तराखंड में हर बार गर्मियों के मौसम में जंगलों में आग(uttarakhand forest fire)लगना अब आम बात हो गई है इस बार भी राज्य के जंगले आग से धधक रहे हैं और आगजनी की संख्या लगातार बढ़ रही है| जानकारी के अनुसार बीते छह दिनों में गढ़वाल में 34, कुमाऊं में 41 और संरक्षित वन्यजीव क्षेत्रों में तीन जगह आग लगी है|
करीब 98 हेक्टेयर वन क्षेत्र आग से प्रभावित हुआ है|साथ ही, दो लाख 30 हजार रुपये का वित्तीय नुकसान का अनुमान है| विस्तार क्षेत्र में प्रचंड गर्मी के कारण वनाग्नि घटनाओं में अचानक तेजी आई है| हाल के 24 घंटे में 78 वनाग्नि घटनाएं हुईं, जो इस वनाग्निकाल में एक दिन में दर्ज की गईं सबसे अधिक हैं| राज्य में वनाग्नि का आंकड़ा 647 है|
हाल ही में तापमान हर दिन बढ़ा है| साथ ही, राज्य में वनाग्नि की घटनाएं बढ़ने लगी हैं| बीते छह दिनों में गढ़वाल में 34, कुमाऊं में 41 और संरक्षित वन्यजीव क्षेत्रों में तीन जगह आग लगी है|
9 नवंबर 2022 से अब तक, वनाग्निकाल में 647 घटनाएं हुई हैं| इनमें 769 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुँचा, और करीब 19 लाख 59 हजार रुपये की आर्थिक क्षति का अनुमान लगाया गया था|
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uttarakhand forest fire:पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने व्यक्त की चिंता
हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री, इन दिनों पौड़ी, अल्मोड़ा और नैनीताल अंचल में हैं और प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की| रास्ते में जंगल जलते हुए दिखाई देते हैं|uttarakhand forest fire उसने कहा कि वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं से प्रकृति को नुकसान हो रहा है, और जल स्रोत सूखने से जल संकट भी हो रहा है| उन्होंने सरकार को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए चेताया है|