वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला AIDS का इलाज, वैक्सीन की एक खुराक से ठीक होगी बीमारी

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AIDS

दिल्ली, ब्यूरो : Acquired immunodeficiency syndrome यानी AIDS दुनिया की सबसे घातक बिमारियों में से एक मानी जाती है। जिसका इलाज आजतक वैज्ञानिक नहीं ढूंढ पाए हैं। लेकिन अब इजराइल के कुछ वैज्ञानिक ये दावा कर रहे हैं कि उन्होने AIDS जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज ढूंढ लिया है। इजराइल के तेल अवीव शहर के एक विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने ये दावा किया है कि उनकी बनाई वैक्सीन AIDS का इलाज करेगी। यहां के वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होने ऐसी वैक्सीन बनाई है जिसकी एक खुराक से ही शरीर में वायरस को खत्म किया जा सकेगा।

बता दें कि AIDS जैसी जानलेवा बीमारी HIV यानी human immunodeficiency virus की वजह से होती है। ये वायरस शरीर में घूसते ही सबसे पहले इम्यून सिस्टम पर अटैक करता है। जिस वजह से हमारा शरीर वायरस से लड़ने की क्षमता ही खो देता है। वैज्ञानिकों के अनुसार ये वायरस सबसे पहले चिम्पांजी से इंसान शरीर में 20वीं सदी में आया था। साल 1959 में अफ्रीकी के कॉन्गो में एड्स का पहला मामला सामने आया था, जहां एक व्यक्ति की रहस्मय तरीके से मौत हो गई। जिसके बाद डॉक्टरों ने जब उसके खून की जांच की तो पता चला कि उसे एड्स हुआ था, और फिर धिरे-धिरे ये बीमारी अपने पैर पसारती गई । फिर 1980 का दशक आते-आते इस बीमारी से दुनियाभर में लाखों की मौत हो गई। आज भी 3.26 करोड़ से भी ज्यादा लोग पूरी दुनिया में HIV से पीड़ित हैं। हालांकि एक शोध ये भी कहता है कि इस बीमारी में 60 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान होने पर HIV विषाणु मर जाता है। ये भी पढ़े-IND vs IRE T20 : हार्दिक पांड्या के हाथ में टीम की कमान, 26 जून को होगा पहला मुकाबला

लेकिन सवाल ये है कि जिस बीमारी का आज तक इलाज नहीं मिल सका है, आज उसे केवल वैक्सीन की एक खुराक से ठीक करने का दावा क्यों किया जा रहा है। तो बता दें कि इजराइल के वैज्ञानिकों ने जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल इस वैक्सीन को बनाने में किया है उसे जीन एडिटिंग ( GENE EDITING) टेक्नोलॉजी कहा जाता है। फिलहाल इसका ट्रायल अभी चूहों पर किया गया है। वैक्सीन में TYPE-B WBC (WHITE BLOOD CELL) का इस्तेमाल किया गया है। क्योंकि TYPE-B WBC से इम्यून सिस्टम में HIV से लड़ने वाली एंटीबॉडीज बनती हैं । वैज्ञानिकों का दावा है कि उनकी वैक्सीन से बनने वाली एंटीबॉडीज सुरक्षित और शक्तिशाली हैं। जो की कैंसर और बाकी ऑटोइम्यून बीमारियों से ठीक होने में भी काम आ सकती हैं। माना जा रहा है कि अगले कुछ सालों में AIDS और कैंसर का परमानेंट इलाज मार्केट में आ सकता है। जिसके बाद इस घातक बीमारी का आसानी से इलाज हो सकेगा। ये भी पढ़े-Shark v/s Dolphin: क्या शिकारी Shark का शिकार कर सकती हैं क्यूट Dolphin?