DEVBHOOMI NEWS DESK: पिछले कुछ दिनों से दक्षिण एशिया में INDIA-MALDIVES DISPUTE चर्चा का विषय बना हुआ है। भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयान देने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। भारत ने माले में इस का आधिकारिक विरोध दर्ज कराया। आज यानि सोमवार को दिल्ली में मालदीव के उच्चायुक्त को तलब किया। इस पूरे विवाद के पीछे का मुख्य कारण मालदीव में चीन समर्थक मोहम्मद मोइज्जू के राष्ट्रपति बनने को माना जा रहा है। नए राष्ट्रपति के पादग्रहण के बाद से दोनों देशों के संबंधों में तल्खी बढ़ी है।
INDIA-MALDIVES DISPUTE में क्या क्या हुआ?
4 जनवरी को पीएम मोदी ने अपने लक्षद्वीप के दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थीं। इन तस्वीरों पर मालदीव की मुइज्जू सरकार में मंत्री मरियम शिउना ने आपत्तिजनक ट्वीट करते हुए, पीएम मोदी को इजरायल से जोड़ते हुए लक्षद्वीप का भी मज़ाक उड़ाया था। मालदीव के अन्य नेता मालशा शरीफ और महजूम माजिद ने भी आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। उन्होंने कहा था कि “बढ़िया क़दम है, पर हमसे मुकाबला करने की बात भ्रामक है। भारतीय इतने साफ कैसे हो सकते हैं, उनके कमरों से कभी ना जाने वाली बदबू बड़ी रुकावट है।”
इन मंत्रियों के बयान पर भारत में कड़ा विरोध देखने को मिला था। INDIA-MALDIVES DISPUTE का मामला बढ़ता देख मालदीव की सरकार ने कहा कि सोशल मीडिया पर कही गईं बातें मंत्रियों के निजी बयान हैं और इनका सरकार की भाषा से कोई भी लेना देना नहीं है। इसके बाद मालदीव की सरकार ने तीनों मंत्रियों को हटा दिया है।
रिलायंस ज्वेल्स शोरूम डकैती कांड का सरगना पकड़ा गया, जेल से की थी प्लानिंग
INDIA-MALDIVES DISPUTE का विरोध
INDIA-MALDIVES DISPUTE के बाद ट्रैवल कंपनी ईज माय ट्रिप ने मालदीव के लिए सभी फ्लाइट बुकिंग्स को सस्पेंड कर दिया है। बयानों के बाद भारत के आम लोगों और हस्तियों ने भी सोशल मीडिया पर बॉयकॉट मालदीव का कैंपेन चलाया। कई फिल्म स्टार और क्रिकेटरों ने ट्वीट कर बयान की निंदा की थी। इनमें अक्षय कुमार, सुरेश रैना, जॉन अब्राहम, सचिन तेंदुलकर, श्रद्धा कपूर और सलमान कहाँ जैसे जाने माने लोग शामिल हैं।
देवभूमि उत्तराखंड से जुड़ी हर खबर और जानकारी के लिए क्लिक करें-देवभूमि न्यूज