Uttarakhand News: Uttarakhand Health Systems: उत्तराखंड में एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल तो खुली ही साथ ही में डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है। मामला चंपावत जिले का है, जहां एक गर्भवती महिला को पहले दो अस्पताल में इलाज नहीं मिला तो तब हायर सेंटर ले जाते समय एंबुलेंस में ही बच्चे का जन्म हो गया।
Uttarakhand Health Systems: जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने किया उपचार
चम्पावत के पाटी विकासखंड के सकदेना गांव की निवासी हेमा गर्भवती थी। जनवरी में डॉक्टरों ने डिलीवरी की डेट दी थी। लेकिन मंगलवार की रात को दस बजे अचानक उसे परेशानी होने लगी। जिसके बाद परिजन उसे पाटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गये। यहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे की धड़कन में दिक्कत है इसलिए उसे वहां से रेफर (Uttarakhand Health Systems) कर दिया।
पाटी के देर रात लगभग एक रात गर्भवती महिला को चम्पावत जिला अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टरों ने बिना उपचार किये ही हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे हायर सेंटर ले जा रहे थे लेकिन सूखीढांग के बाद गर्भवती महिला की तबीयत और बिगड़ गई और तब उसने एंबुलेंस में ही स्वस्थ बच्चे को जन्म दे दिया। जिसके बाद उसे टनकपुर उप जिला अस्पताल लाया गया।
Uttarakhand Health Systems: दो- दो गायनी होने पर भी नहीं देखा किसी ने
हेमा को इस तरह अस्पतालों से रेफर (Uttarakhand Health Systems) करने पर उसके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर सवाल खड़े किये हैं। उनका कहना है कि जिला अस्पताल में किसी ने हेमा को ठीक से नहीं देखा। जिला अस्पताल में दो- दो गायनी तैनात है लेकिन उनमें से कोई भी उसे देखने नहीं आया और उसे रेफर कर दिया। इस मामले पर सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल का कहना है कि मामला गंभीर है और जब दो- दो गायनी होने पर मरीज को रेफर किया गया तो ऐसे में अब डॉक्टरों से उनका स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
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