समझना मुश्किल! ऋषिकेश की सड़कों पर गड्ढे या गड्ढों पर सड़क

0
340
Rishikesh Poor Road Condition
Rishikesh Poor Road Condition

Rishikesh Poor Road Condition: ऋषिकेश की सड़कों की हालत बद से बदतर, प्रशासन बेसुद्ध

Uttarakhand News Desk: तीर्थनगरी ऋषिकेश इन दिनों खूब चर्चाओं में है। इसके चर्चा में आने के पीछे की वजह कोई टूरिस्ट, घूमने के लिए कोई अच्छी नही है बल्की यहां की सड़कों पर बने खतरनाक गड्ढे हैं। अब इन गड्ढों ने उस वक्त इतनी सुर्खियां बटौरी जब सोशल मीडिया पर ऋषिकेश के इन बड़े बड़े गड्ढों की फोटो और वीडियो जमकर वायरल होने लगीं। सोशल मीडिया पर तीर्थनगरी की सड़कों का हाल साफ तौर पर दिखाई दे रहा है, जिसकी सुध लेने प्रशासन तक नही आ रहा है।

यहां तक की ऋषिकेश-हरिद्वार हाईवे मार्ग भी इन गड्ढों (Rishikesh Poor Road Condition) से बचा नही है। नेपाली फार्म के बाद आने वाले श्यामपुर फाटक की हालत तो ऐसी ही कि वहां आए दिन बाइक सवार चोटिल होते रहते हैं। ऊपर से बारिश का कहर ऐसा है कि सड़कों पर बने ये गड्ढे दिखाई तक नही देते हैं, जिससे कई हादसे होने का डर बना रहता है।

Rishikesh Poor Road Condition
Sourec: Social Media

इसके बाद कॉलेज तिराहे से लेकर पुरानी चुंगी तिराहे के बीच भी सड़कों पर कई गड्ढे (Rishikesh Poor Road Condition) बने हुए हैं, जिससे लोगों को ये समझ नही आ पा रहा है कि किस ओर से वह अपनी गाड़ी निकाले। वहीं बात करें श्यामपुर बाइपास मार्ग की, तो इस मार्ग में गुमानिवाला और अमित ग्राम इलाके में लोग सड़क किनारे चल तक नही पा रहे हैं, वजह है सड़को के किनारे बने हुए बड़े बड़े गड्ढे। बरसात में इन गड्ढों में पानी भरा होने के कारण यहां लोग चल नही पा रहे हैं और इस सड़क में इतना ज्यादा ट्रैफिक है कि लोगो का सड़क पर चलना तक दुष्वार हो गया है।

सड़कों और सड़कों के किनारे बने इन गड्ढ़ों (Rishikesh Poor Road Condition) के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। बाइक सवार तो आए इन इन गड्ढों के कारण चोटिल हो जाते हैं। इसके साथ ही स्थानीय नागरिकों की मांग है कि सड़क को चौड़ा किया जाए और सड़क के दोनों ओर फुटपाथ बनाए जाएं ताकी लोग बिना किसी परेशानी के सड़क किनारे चल सकें।

ये भी पढ़े:
Chandigarh University Latest NewsChandigarh University Latest News: पंजाब की SIT को सौंपा गया केस

सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा वायरल तो रेलवे स्टेशन से बीआरओ कैंप के बीच तक की सड़के हो रही हैं। इन सड़कों का सबसे ज्यादा बुरा हाल है, जिसके कारण ये समझना थोड़ा मुश्किल है कि सड़कों पर गड्ढे (Rishikesh Poor Road Condition) हो गए हैं या फिर विभाग ने गड्ढ़ों में सड़क बना डाली।

स्थानीय नागरिकों द्वारा रेलवे स्टेशन से बीआरओ कैंप के बीच तक की सड़क (Rishikesh Poor Road Condition) की कई बार रेलवे को और साथ ही प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है, मगर इनमें से कोई भी इन गड्ढों की सुद्ध लेने को तैयार नही है। इस सड़क से सरिए बाहर आ रहे हैं, इसमें कई फीट गहरे गड्ढे (Rishikesh Poor Road Condition) बने हुए हैं, जिसके कारण आए दिन यहां पर छोटे मोटे हादसे होते रहते हैं। मगर शायद प्रशासन यहां कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है।

सोशल मीडिया में छाईं तीर्थनगरी की बदहाल सड़के

सोशल मीडिया में कई लोग ऋषिकेश की बदहाल सड़कों का सुबूत पेश कर रहे हैं, मगर इसके बावजूद भी प्रशासन टस से मस होने को तैयार तक नही है। गड्ढों से भरी सड़के फेसबुक, इंस्टाग्राम के साथ साथ कई सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर तैर रही हैं, जिसके बाद कई लोग इन तस्वीरों पर कमेंट कर रहे हैं और सरकार को कोस रहे हैं।

Rishikesh Poor Road Condition
Source: Social Media

कई लोग तीर्थनगरी की इस हालत का नतीजा ट्रिपल इंजन की सरकार द्वारा किए गए विकासकार्यों को बता रहे हैं और सरकार का जमकर मज़ाक बना रहे हैं। वहीं फेसबुक पर गौरव यधुवंशी नाम के एक यूजर ने तो रेलवे रोड की फोटो साझा करते हुए लिखा कि ‘राष्ट्रीय भोजन पाचक मार्ग कैसी भी पुरानी से पुरानी बदहजमी हो उसका सफल इलाज बिना किसी दवा के आइए आप भी इसका लाभ उठाएं…स्थान पुराना रेलवे स्टेशन से लेकर ग्रिफ कैंटीन तक… लोक निर्माण विभाग ऋषिकेश कार्यालय के सामने।

जिलाधिकारी के निर्देश के बावजूद भी किया गया कामचलाऊ कार्य

आपको बता दें कि कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही जिलाधिकारी देहरादून द्वारा कड़े निर्देश दिए गए थे कि सड़कों पर बने इन गड्ढों (Rishikesh Poor Road Condition) को तुरंत ठीक किया जाए। मगर लोक निर्माण विभाग द्वारा इन गड्ढ़ों में टाइल्स लगाकर पैचवर्क कर दिया गया, जिसके बाद बरसात आई और ये टाइल्स उखड़ गई और फिर सड़कों की हालत  पहले जैसी ही हो गई।

ये भी पढ़े:
aam aadmi party
Aam Aadmi Party अब पंजाब में भी साबित करेगी बहुमत, BJP पर लगाया विधायकों को तोड़ने का आरोप

For latest news of Uttarakhand subscribe devbhominews.com