6 सफल चंद्रमा मिशन देने के बाद क्यों ठंडे पड़ गए Nasa Moon Missions?
देहरादून ब्यूरो। क्यों लगातार 3 साल तक चांद पर जाने के बाद ठंडा पड़ गया Nasa? क्यों 3 साल में 6 Moon Missions के सफल होने के बाद Nasa फिर कभी चांद पर नही गया। क्या इसके पीछे बजट की कमी थी या फिर चांद पर कुछ ऐसा देखा गया जिसके बारे में अगर दुनिया को पता लग जाए तो हर तरफ डरा देने वाला माहौल होगा। आज आपको बताएंगे इसके पीछे की असल वजह और बताएंगे Nasa और astronauts के बीच की वो बात जिसे Nasa ने live Broadcast और telecast के दौरान काट दिया था। तो ऐसा क्या था उस कॉल में जो nasa उसे पूरे विश्व से छुपा रहा था।
Nasa Moon Missions की शुरुआत कब हुई?
20 जुलाई 1969 वो ऐतिहासिक दिन था जिस दिन चांद पर पहले इंसान ने कदम रखा था। इनका नाम था Neil Armstrong जो Nasa के Apollo 11 mission के तहत चांद पर गए थे। ये Nasa का पहला Successful Moon Mission था जिसमें Neil Armstrong के साथ 1 और Astronaut भी शामिल थे जिनका नाम था Buzz Aldrin. इन दोनों ने 24 जुलाई 1969 को चांद को फतह कर लिया था। इसके बाद चांद में Nasa द्वारा 5 और मिशन पूरे किए गए, इनमें थे Apollo12, Apollo 14, Apollo 15, Apollo 16 और आखिरी Moon Mission था Apollo 17. इसके बाद कभी भी चांद पर दोबारा किसी भी इंसान ने कदम नही रखा। मगर ऐसा हुआ क्या था चांद पर जो Nasa ने फिर कभी चांद पर कोई भी अंतरिक्ष यात्री नही भेजा।
Nasa Moon Missions के तहत कैसे रहता है Astronauts के संपर्क में?
जब कोई भी अंतरिक्ष यात्री स्पेस या फिर चांद पर जाता है तो धरती में कंट्रोल रूम से उनका संपर्क हमेशा बना रहता है। ऐसा ही उस समय भी हुआ। जब Apollo 11 (Nasa Moon Missions) को चांद पर भेजा गया तो Nasa का control room उन Astronauts के साथ लगातार संपर्क में था और जो भी उनके बीच में बात हो रही थी उसे live सुनाया और दिखाया जा रहा था। इसी दौरान Nasa और Astronauts के बीच की 2 मिनट की बातचीत को काट दिया गया, मगर ऐसा क्यों किया गया। दोनों के बीच में ऐसी क्या बात हो रही थी कि उसे लोगों से छुपाने की ज़रूरत पड़ गई।
Nasa Moon Missions के दौरान जब हैकर्स ने हैक की Nasa और Astronauts के बीच की बातचीत
कई हैकर्स ने जब Nasa और Astronauts के बीच की बातचीत को हैक किया तो उन्हें 2 मिनट की एक हैरान कर देने वाली audio मिली। इस 2 मिनट की ऑडियो में Astronauts Nasa से ये कह रहे हैं कि चांद पर उनके अलावा कोई और भी मौजूद है। चांद की सतह पर दूसरी ओर एक alien spaceship भी मौजूद है जो लगातार उन्हें देख रहे हैं।
क्या सचमुच Nasa Moon Missions के दौरान चांद पर देखे गए थे Aliens?
तो क्या सचमुच चांद पर उस समय Aliens मौजूद थे या ये सिर्फ एक illusion था। खैर इस बात की पुष्टी Neil Armstrong की डायरी और उनके एक इंटरव्यू से भी की जा सकती है जहां उन्होंने Aliens के होने की बात कही है और अपने इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में उनकी spaceship का पीछा कुछ बेहद एडवांस टेक्नोलॉजी से लैंस युवकों द्वारा किया जा रहा था। जहां पहला Moon Mission 1969 में हुआ वहीं आखिरी Moon Mission 14 dec 1972 में किया गया।
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क्या चांद पर Aliens ने लगाए हैं बड़े बड़े टावर?
वहीं ये भी कहा जाता है कि चांद की सतह पर करीबन 2500 मीटर के बड़े बड़े टावर लगे हुए हैं। मगर सवाल ये है कि अगर ऐसा है तो ये टावर किसने लगाए। शायद इसी की खोजबीन करने के लिए Nasa ने 3 साल में 6 बार Astronauts (Nasa Moon Missions) को चांद पर भेजा। ऐसा कहा जाता है कि ये टावर Aliens द्वारा चांद पर कई सालों पहले लगाए गए थे ताकी वो पृथ्वी पर नज़र बनाए रख सकें।
क्या Nasa Moon Missions का चांद पर जाने का उद्देश्य पूरा हुआ?
वैसे तो चांद पर Aliens के होने की पुष्टी Nasa द्वारा नही की गई है लेकिन अगर चांद में aliens नही हैं तो फिर क्यों Nasa ने लगातार 3 सालों तक 6 Moon Missions दिए और फिर 1972 के बाद से आजतक किसी भी Astronaut को चांद पर नही भेजा। क्यों चांद से लौटने के बाद Astronauts के चहरे उतरे हुए थे जबकी उनके अंदर एक नए अनुभव को जीने की खुशी होनी चाहिए थी। सवाल बहुत गहरा है..