दिल्ली ब्यूरो- भारत में अभी इस समय कोरोना के साथ- साथ जब एक नई बीमारी Monkeypox के सात लोग जूझ रहे हैं, ऐसे में WHO [विश्व स्वास्थ्य संगठन ] ने इसकी बनी हुई वैक्सीन पर ही के सवाल उठा दिए हैं।
Monkeypox पर WHO के बड़े खुलासे
अपनी ताज़ा रिपोर्ट में WHO ने ये माना है कि Monkeypox के लिए बनायी गई वैक्सीन 100% प्रभावशाली नहीं है। WHO ने आगे बताया कि पिछले हफ्ते मंकीपॉक्स के लगभग 7500 मामले सामने आये हैं ,जो पिछले सप्ताह की तुलना में 20%ज्यादा है जो की चिंताजनक है।
Monkeypox वैक्सीन पर सवाल
जहाँ रोज इस Monkeypox के केस बढ़ते जा रहे हैं, वहीं इसकी वैक्सीन को लेकर WHO के तकनीकी प्रमुख Rosamund Lewis ने बड़ा खुलासा किया है कि मंकीपॉक्स की वैक्सीन 100%प्रभावी नहीं है और लोगों को बड़े एहतियात से रहना चाहिएॉ, जिससे संक्रमण की दर कम रहे। Lewis ने ऐसे समय में ये बयान जारी किया है जब पूरी दुनिया भर में 92 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स के 35,000 से ज्यादा मांमले सामने आये हैं और 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है। Lewis ने कहा कि WHO इस वैक्सीन को मंकीपॉक्स बीमारी के लिए 100%असरदार नहीं मानता।
Monkeypox वैक्सीन सिर्फ उपाय नहीं
इस बीमारी का इलाज नहीं है और हर व्यक्ति को संक्रमण दर कम रखने के लिए संभल कर रहना पड़ेगा और कोई भी पूरी तरह इस वैक्सीन पर निर्भर नहीं रह सकता। उनका कहना है कि अपने आस पास सफाई रखें और वायरस से दूर रहें। उन्होंने कहा कि यूरोप और अमेरिका में सबसे ज्यादा मंकीपॉक्स के मामले आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि ये उन लोगों में ज्यादा है जो यौन सम्बन्ध रखते हैं।
किस- किस को Monkeypox से ज्यादा खतरा
ज्यादातर लोग इस बीमारी से बिना इलाज के ही कुछ हफ़्तों में ठीक हो जातें है, लेकिन जिनकी इम्युनिटी कम है उनको इस से खतरा है। monkeypox के लक्षण शुरू में फ्लू जैसे होते हैं, जैसे बुखार, ठण्ड लगना। WHO के अनुसार ये बीमारी छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और ऐसे व्यक्तियों में ज्यादा गंभीर हो सकता है जिनकी इम्युनिटी बहुत कम है।
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