Uttarakhand Devbhoomi Desk: उत्तराखंड के जोशीमठ में भूधंसाव का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। चारों तरफ बस तबाही का मंजर ही दिखाई दे रहा है। इस बीच भू-धंसाव (joshimath landslides update) की चपेट में ज्योतिर्मठ परिसर के बाद अब शंकराचार्य माधव आश्रम मंदिर भी आ गया है। मंदिर के शिवलिंग में भी दरारें आ गई हैं।
बताया जा रहा है कि परिसर के भवनों, लक्ष्मी नारायण मंदिर के आसपास बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने बताया कि इसी परिसर में टोटकाचार्य गुफा, त्रिपुर सुंदरी राजराजेश्वरी मंदिर और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य की गद्दी स्थल है। यहां पड़ी दरारों को देख विशेषज्ञों की टीम भी हैरान है।
joshimath landslides update: ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य ने भी भू-धंसाव पर चिंता जताई
ऐसे हो रहे तबाही का मंजर देख हर (joshimath landslides update) कोई हैरान है। वहीं शंकराचार्य की गद्दी स्थल की सामने आई तस्वीरें हर किसी को तकलीफ पहुंचा रही है। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव पर चिंता जताई है। उन्होंने प्रदेश सरकार से भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत पहुंचाने और उनके पुनर्वास की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (joshimath landslides update) ने कहा कि ऐतिहासिक एवं पौराणिक सांस्कृतिक नगर जोशीमठ खतरे में हैं। यहां लगातार हो रहे भूधंसाव के कारण 500 से अधिक मकान प्रभावित हुए हैं। विशेषज्ञ टीम भी इस भयानक मंजर को देख हैरान है। उन्होने देखा कि यहां तमाम हिस्सों के सतह के नीचे पानी का भी रिसाव हो रहा है। इसका कोई एक सिरा नहीं है। बल्कि बहुत है।
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