Avalanche IN Uttarkashi
द्रौपदी का डांडा-2 एवलॉन्च में फंसे 20 पर्वतारोहियों के बचाव के लिए जम्मू कश्मीर के हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के जांबाजों को उतारा गया है। इसी के साथ ही 14 पर्वतारोहियों को रेस्क्यू किया गया है और 20 लोग अभी भी लापता हैं।
आपको बता दें कि गुरुवार यानी आज सुबह टीम देहरादून से उत्तरकाशी बेस कैंप के लिए रवाना हुई, इन जवानों के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई। उत्तरकाशी पहुंचकर हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु कर दिया है।
जम्मू कश्मीर हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के जवानों को ऊंचे पर्वतों में बर्फीली चोटियों पर ड्यूटी करने और तूफानों से बचाव की ट्रेनिंग दी जाती है।
वहीं उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इसी को देखते हुए पर्वतीय जिलों में पर्वतारोहण और ट्रेकिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी के साथ ही ट्रेकिंग और पर्वतारोहण पर गए व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है।
आपको बता दें कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकला नेहरु पर्वतारोहण संस्थान का 44 पर्वतारोहियों का दल मंगलवार सुबह द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत के पास हिमस्खलन की चपेट में आ गया था। वहीं हादसे 14 लोगों को बचाया गया है और 10 का शव बरामद कर लिया गया है,हादसे में उत्तरकाशी के लौंथरू गांव की एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल और भटवाड़ी ब्लॉक के भुक्की गांव की नौमी रावत की भी मौत हुई है।
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