Zombie Virus Siberia: क्या कोविड के बाद अब आ रहा है जॉम्बी वायरस?
Zombie Virus Siberia: आपने कई हॉलीवुड मूवीज में जॉम्बीज देखे होंगे, साथ ही ये भी देखा होगा कि कैसे ये वायरस पूरी दुनिया में मौजूद लोगों के शरीर में तेजी से फैलते हैं और कैसे इन फिल्मों में लोग जॉम्बी वायरस से बचने के लिए इधर उधर भागते हैं, दूसरों को मारकर अपनी जान बचाते हैं। ये तो हुई फिल्मों की बात लेकिन अगर आपको पता चले कि असल जिंदगी में आपके आस पास ऐसे वायरय मौजूद है तो क्या करेगें आप?
जी हां ये बिलकुल सच्च है कि अब कोविड महामारी के बाद एक ऐसा वायरस आ रहा है जो जॉम्बीज में पाया जाता है। ये वायरस पूरी दुनिया को तबाह कर सकता है। इस घातक वायरस की आज पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है जो रूस के साइबेरिया (Zombie Virus Siberia) में पाया गया है।
Zombie Virus Siberia: ग्लेशियर्स की कोख में छिपा भयानक इतिहास
फ्रेंच वैज्ञानिकों द्वारा ये दावा किया गया है कि जॉम्बी वायरस (Zombie Virus Siberia) इस पृथ्वी में अभी भी मौजूद है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये वायरस 48,500 साल पुराना जॉम्बी वायरस है जो रूस की एक जमी हुई झील में दफन है। इस वायरस को दुनिया के लिए एक नए खतरे और विनाश के रूप में देखा जा रहा है जिसके बारे में अधिकतर लोगों को कोई जानकारी नहीं है।
चीन के वुहान शहर की झील में भी इसी तरह का वायरस मिला था जो इस बार रूस की एक झील में पाया गया है। इस जॉम्बी वायरस के पाए जाने के बाद अब वैज्ञानिकों को ये डर सता रहा है कि कहीं ये वायरस (Zombie Virus Siberia) दुनिया में एक और बड़ी महामारी लेकर न आ जाए।
आपको बता दें कि ग्लेशियर बनने की एक प्रक्रिया होती है। दिन ब दिन बर्फ की परत के ऊपर दूसरी परत जमती जाती है, इस बर्फ की परत के बीच धूल और गैसेस के कई कण जमा हो जाते हैं और ऐसे होते होते ये ग्लेशियर बन जाते हैं।
अब क्योंकि पृथ्वी में गर्मी बढ़ती जा रही है जिससे ये ग्लेशियर्स भी धीरे धीरे पिघल रहे हैं जिसके कारण जो ग्लेशियर्स में डबीं चीजें हैं वो धीरे धीरे बाहर आ रही हैं। इन्हीं में से एक है ये घातक वायरस जो कभी भी दुनिया में हमला बोल सकता है।
वैज्ञानिकों की स्टडीज में पता चला है कि अगर ये खतरनाक वायरस फिरसे जिंदा हो गया तो ये पृथ्वी में मौजूद सभी पौधों, जानवरों और लोगों में फैल सकता है जिससे पृथ्वी का विनाश हो सकता है।
आपको बता दें कि धरती की सतह में छिपे ये वायरस (Zombie Virus Siberia) काफी घातक साबित हो सकते हैं। साइबेरिया में 2013 में करीबन 30000 साल पुराना वायरस पाया गया था और वहीं सबसे पुराना वायरस पाया गया जिसका नाम है पैंडोरावायरस येडोमा, ये वायरस करीबन 48500 साल पुराना वायरस है। जिस तरह से इतने साल बाद भी ये वायरस अबतक एक्टिव हैं उससे ये साफ है कि बर्फ की सतह में मौजूद कोई भी वायरस (Zombie Virus Siberia) कभी भी घातक साबित हो सकता है।
इस जॉम्बी वायरस (Zombie Virus Siberia) के मिलने के बाद वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वायरस में किसी भी व्यक्ति को संक्रमित करने की अच्छी खासी क्षमता है। हमारा दुर्भाग्य है कि पृथ्वी में बढ़ रहे ग्रीनहाउस इफेक्ट से बर्फ तेजी से पिघल रही है, जिसके बाद इस बर्फ में दफन कई वायरस जब गर्मी, प्रकाश और ऑक्सीजन के संपर्क में आते हैं तो ये संक्रामक हो जाते हैं।
अब जिस प्रकार ये जानलेवा वायरस (Zombie Virus Siberia) रूस में मिला है तो उससे सिर्फ रूस की ही चिंताएं नहीं बढ़ी हैं बल्की पूरे विश्व की चिंताएं बढ़ी है। जैसे पूरे विश्व में कोविड चीन से जन्मे वायरस (Zombie Virus Siberia) से फैला था उसी प्रकार अगर ये वायरस किसी पर भी आ गया तो इससे पूरी दुनिया को बचाना असंभव हो सकता है।
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