बारिश का कहर खेतों पर टूटा, क्या अब खरीदनी पड़ेगी मेंहगी सब्जियां?

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Uttarakhand Heavy Rain
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Uttarakhand Heavy Rain: सब्जी उत्पादकों को उठाना पड़ रहा है सड़ती सब्जियों का भार

Uttarakhand News Desk: इस बार बारिश का कहर सब्जी उत्पादकों पर कुछ ऐसा पड़ा कि इन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड में बेमौसम बारिश की चपेट में कई खेत खलियान आ चुके हैं। अक्टूबर के महीने की बात की जाए तो इस समय तक मटर की खेती अच्छी खासी हो जाती थी, लेकिन बारिश का कहर (Uttarakhand Heavy Rain) कुछ इस तरह पड़ा कि खेतों में ही मटर बर्बाद हो गई है, इसके साथ ही फूल गोभी और पत्ता गोभी की बात की जाए तो खेत में ही गोभी के पत्ते और फूल दोनों की धीरे धीरे गल रहे हैं।

इस वर्ष बारिश (Uttarakhand Heavy Rain) इस कदर हुई कि इसके कहर से खेतों से लेकर सड़के तक बुरी तरह प्रभावित रहीं। जगह जगह पर भारी और लगातार बारिश होने के कारण सड़के टूट गईं जिसके कारण जिन सब्जियों का उत्पादन ठीक भी हुआ वो भी मंडियों तक नहीं पहुंच पाईं। वहीं कई किसानों ने जगह जगह रस्ते बंद होने के कराण सब्जियों को खेत में ही छोड़ दिया जिसके बाद सब्जियां खेतों में ही गल रही हैं।

आपको बता दें कि बारिश (Uttarakhand Heavy Rain) से सबसे ज्यादा प्रभावित किसान नैनीताल के हैं। नैनीताल में दस हजार से भी ज्यादा परिवार खेती बाड़ी करते हैं और इन्हीं से इन परिवारों का गुजारा होता है। लेकिन भारी बारिश के कराण ये किसान खेतों में लगी सब्जियों को हल्द्वानी मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं क्योंकि जगह जगह रस्ते बाधित हैं। वहीं भारी बारिश से खेतों में लगी सब्जियां भी बर्बाद होती जा रही है।

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आपको बता दें कि इस समय पर फूल गोभी, बंद गोभी और मटर का सीजन चल रहा है, लेकिन बारिश (Uttarakhand Heavy Rain) के कारण ये सभी सब्जियां या तो खेतों मे ही खराब हो रही हैं या फिर ये हल्द्वानी मंडी तक पहुंच ही नहीं पा रही है।

सब्जी उत्पादकों का कहना है पहले मटर की खेती ठीक हो रही थी, लेकिन फिर जब बाद में फिरसे बारिश (Uttarakhand Heavy Rain) हुई तो मटर के साथ साथ गोभी की खेती भी खराब होती चली गई। पत्ता गोबी के पत्ते खेतों में ही गलने लगे और फूल गोभी को एक हफ्ते पहले ही रोग लग गया, जिसके बाद इन सब्जियों में काफी बदबू आने लगी। वहीं जो सब्जियां ठीक स्थिती में थी उन्हें मंडी तक पहुंचाने वाले रस्ते टूटे हुए थे जिसके कारण सब्जी उत्पादकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा।

आपको बता दें कि इस बार हल्द्वानी मंडी तक पहाड़ों से फल और सब्जियां नहीं आ पायीं, जिसके कारण पिछले 4 दिनों में हल्द्वानी मंडी को इससे करीबन 5 करोड़ का नुकसान हो चुका है।

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