Terracotta Army: क्यों और किसने दफन किए धरती में हजारों सैनिक?
Terracotta Army: पृथ्वी के अंदर कई रहस्य दफन हैं, इनमें से कुछ रहस्य प्रकृति द्वारा दफन किए गए हैं वहीं कुछ इंसानों द्वारा, इन्हीं रहस्यों में से एक है चीन की धरती में दफन वो राज जिससे जब पर्दा उठा तो सभी की आंखें खुली की खुली रह गईं।
1974 में चीन की धरती में दफन हजारों सैनिक (Terracotta Army) मिले, इन सैनिकों को टेराकोटा सेना (Terracotta Army) के नाम से जाना जाता है जो करीबन 2000 सालों से भी ज्यादा समय तक धरती में दफन रहे। अब आप सभी के दिमाग में एक सवाल आ रहा होगा कि आखिर क्यों इतने सारे सैनिकों को धरती में दफन किया गया होगा।
दरअसल कई हजारों साल पहले लोग आफ्टर लाइफ में विश्वास किया करते थे। इस प्रकार की सोच रखने वाले कई लोग मरने के बाद अपने जीवित सैनिकों को मार कर अपने साथ लेकर जाते थे, ये लोग रईस हुआ करते थे जैसे की राजा, महाराजा। ऐसे में वो अपने नौकरों की बली देकर उन्हें भी अपने साथ दफन करवा दिया करते थे।
इन लोगों का मानना था कि मृत्यु के बाद भी उन्हें नौकर चाकर चाहिए जो उनकी सेवा कर सके। इसी प्रकार इन हजारों सैनिकों (Terracotta Army) को भी दफनाया गया था, लेकिन फिर से एक सवाल सामने आता है कि ये सैनिक किसके थे? दरअसल चीन के पहले सम्राट थे चिन शी हुआंग। चिन शी हुआंग ने 221 ईसापूर्व से चीन पर शासन किया और अपना एक बड़ा साम्राज्य स्थापित कर दिया।
कई अन्य लोगों की तरह ही चीन शी हुआंग भी आफ्टर लाइफ में विश्वास रखते थे और वो चाहते थे कि उनकी मृत्यु के बाद उनकी गुप्त कब्र के पास एक बड़ी सेना (Terracotta Army) तैनात हो जो उनकी कब्र की रखवाली कर सके। अब दुविधा ये थी कि इस समय तक नर बलि का समर्थन एक तरह से बंद हो चुका था जिसको देखते हुए चिन शी हुआंग ने एक रस्ता निकाला।
मृत्यु के बाद जमीन के नीचे अपना एक अलग साम्राज्य बनाने के लिए उनके द्वारा एक सेना (Terracotta Army) तैयार करवाई गई, ये कोई असली सेना नहीं थी बल्की टेराकोटा (Terracotta Army) से बनी मूर्तियां थीं। इन मूर्तियों में सम्राट के पैदल सैनिक थे, धोड़े थे, रथ में सवार योद्धा थे और साथ ही संगीतकार की मूर्तियां भी इनमें शामिल थीं।
इसका मतलब था कि सम्राट अपनी मृत्यु के बाद के जीवन को भी बिलकुल वैसा ही चाहते थे जैसा जीवन उनकी मृत्यु से पहले था। इसी लिए उन्होंने अपनी कब्र की रखवाली करने के लिए हजारों सैनिक (Terracotta Army) तैनात किए थे, वहीं मनोरंजन के लिए संगीतकार भी तैनात किए गए थे।
अब आपको बताते हैं कि इस सेना (Terracotta Army) की खोज कैसे हुई। दरअसल इस सेना के यहां दफन होने का पहले कोई ऐतिहासिक रिकॉर्ड नहीं था लेकिन फिर एक दिन चीन के उत्तर- पश्चिम के शानक्सी इलाके में कुछ किसानों द्वारा जमीन में खुदाई की गई।
ये खुदाई यहां कुआं बनाने के लिए की जा रही थी कि तभी किसानों को जमीन के अंदर से मिट्टी के कुछ टुकड़े मिले, इसके बाद और खुदाई करने पर उन्हें टेराकोटा (Terracotta Army) से बना एक सिर मिला, जिसके बाद इन किसानों ने इस बात की जानकारी पुरातत्व विभाग को दी और फिर खुली रहस्य की परतें।
पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई करने के बाद अबतक करीबन 2000 सैनिकों की मूर्तियां (Terracotta Army) और घोड़े मिल चुके हैं। इन मूर्तियों को अगर आप देखेंगे तो आपको ऐसा लगेगा मानों असल में आपके सामने सैनिक खड़े हों, किसी भी सैनिक की शक्ल अन्य सैनिक से नहीं मिलती थी, मूर्तियों को बड़ी ही बारीकी से बनाया गया है और साथ ही इन्हें प्राकृतिक रंगों से भी पूरी तरीके से रंगा गया है।
इन सैनिकों (Terracotta Army) को इनके रैंक के हिसाब से खड़ा किया गया था। इन सभी के पास असली हथियार थे और अब तक खुदाई करने पर करीबन 40000 से भी ज्यादा हथियार मिल चुके थे। इन हथियारों का जब परीक्षण किया गया तो पता चला कि ये हथियार आज तक इस्तेमाल नहीं किए गए हैं। ये हथियार केवल इस टेराकोटा सेना (Terracotta Army) के लिए ही बनवाए गए थे।
आपको बता दें कि अब तक पुरातत्व विभाग को करीबन 2000 से भी ज्यादा सैनिकों (Terracotta Army) की मूर्तियां मिल चुकी हैं लेकिन ये अनुमान लगाया जा रहा है कि ये मूर्तियां (Terracotta Army) दफन की गई मूर्तियों की आधी भी नहीं हैं। यानी की पुरातत्व विभाग के लिए चिन शी हुआंग की कब्र अब भी रहस्य का विषय बनी हुई है।
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