Bajreshwari Temple: हिंदु, मुस्लिम और सिख तीनों करते हैं यहां पूजा
Bajreshwari Temple: क्या आपने कभी किसी ऐसे मंदिर के बारे में सुना है जहां भक्तों पर मुसीबत आने से पहले भगवान रो देते हैं। बिलकुल ठीक सुना आपने, हमारे देश में एक ऐसा ही मंदिर (Bajreshwari Temple) मौजूद है जहां भक्तों पर अगर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो उसका संकेत भगवान भैरव उन्हें स्वयं देते हैं।
जो भी भक्त इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में आता है उस पर अगर कोई कष्ट आने वाला होता है तो भगवान की मूर्ती की आंखों पर से अपने आप ही आंसू गिरने लगते हैं। ये चमत्कारी मंदिर देवभूमी हिमाचल के कांगड़ा में मौजूद है। इस मंदिर का नाम है बज्रेश्वरी मंदिर (Bajreshwari Temple) जो 51 शक्तिपीठों में से एक है।
इस स्थान पर माता सती का दाहिना वक्षस्थल गिरा था जिस कारण इसे स्तनपीठ भी कहा जाता है। इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में माता के साथ भगवान शिव भैरव नाथ के रूप में विराजमान है। मंदिर (Bajreshwari Temple) के पुजारियों और आस पास के लोगों का कहना है कि जब भी कभी आस पास के गांव या फिर भैरव बाबा के किसी भी भक्त पर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो भैरव बाबा की आखों से अपने आप ही आंसू गिरने लगते हैं।
आपको बात दें कि भैरव बाबा की ये प्रतिमा करीबन 5000 साल से भी ज्यादा पुरानी है। इस मंदिर के पुजारियों का कहना है कि जब भी बाबा भैरव की मूर्ती से आंसू गिरते हैं इसका मतलब होता है कि आस पास के क्षेत्र या फिर किसी भक्त पर कोई संकट आने वाला है।
इस संकट को दूर करने के लिए मंदिर के पुजारी विशेष पूजा अर्चना करते हैं और साथ ही हवन भी करते हैं। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से भैरव बाबा अपने भक्तों के कष्टों को हर लेते हैं।
आपको बता दें कि इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में माता की तीन पिंडियां मौजूद है जो तीन धर्मों का प्रतीक है, यानी की हिन्दु, मुस्लिम और सिख धर्म। इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में तीनों धर्मों के लोग आकर पूजा-अर्चना करते हैं, जो धर्मों की एकजुटता को दर्शाता है।
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