UTTARAKHAND DEVBHOOMI DESK:देश के उत्तर पूर्वी राज्य सिक्किम में लोनाक झील में मंगलवार देर रात को तिस्ता नदी में भयानक उफान(SIKKIM FLOOD NEWS) आ गया। नदी से करीब 15 से 20 फीट ऊंची लहर चली और जमीन पर तबाही मचाने लगी। इस बाढ़ से सिक्कम में तिस्ता के किनारे से लगे तीन जिलों मंगन, गंगटोक और पाक्योंग में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। अभी तक दो नागरिकों की मौत की खबर आई है। घायलों और मरने वालों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है
SIKKIM FLOOD NEWS:बादल फटना हो सकता है कारण
गुवाहाटी में रक्षा पीआरओ के अनुसार, रात करीब 1.30 बजे उत्तरी सिक्किम में लोनाक झील पर अचानक झील के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई, जिससे लोनाक घाटी में तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई।(SIKKIM FLOOD NEWS) कयास लगाए जा रहें है कि ये घटना ऊंचाई पर बदल फटने से हुई है, जिसके बाद चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया।
सेना के 23 जवान लापता
बढ़ के बाद सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के 41 वाहन डूब गए। बरदांग में बड़ी संख्या में सेना के वाहन खड़े थे। उनमें से कई वाहन बह गए हैं। भारतीय सेना की ओर से जानकारी दी गई है कि बाढ़ के बाद से सेना के 23 जवान लापता हैं। इलाके में उनकी तलाश की जा रही है।
सड़क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त
बाढ़ के कारण मिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग 10 का एक हिस्सा बह गया है। कई सड़कें बंद है। सिरवानी में जलविद्युत परियोजना के अधिकारियों और कर्मचारियों के लापता होने की भी खबर है। राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कई सड़कों के टूट जाने की वजह से राहत एवं बचाव कार्य ठीक से नहीं चल पा रहा। (SIKKIM FLOOD NEWS)अभी तक 2 शव बरामद किए जा चुके है लेकिन बाढ़ के बाद की स्थिति देखते हुए मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य हेतु सिलीगुड़ी से एनडीआरएफ की टीम रवाना हो चुकी हैं। सिक्किम सरकार के मंत्री और अधिकारी इलाके में राहत एवं बचाव कार्य के लिए पहुंचे हैं।
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