इस स्कूल के प्रधानाचार्य ही नशे में टल्ली होकर पहुंच रहे विद्यालय, कैसे संवरेगा नौनिहालों का भविष्य?

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ग्राम प्रधान की शिकायत के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी नहीं कर रहे हैं कार्रवाई

पौड़ी गढ़वाल, ब्यूरो। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में तैनात तमाम शिक्षकों पर कई बार नशे में धुत होकर स्कूल आने के आरोप लगे हैं। कुछ दिन पहले ही हमने एक राणा  गुरुजी के बारे में रूबरू करवाया था जो रोज नशे में टल्ली होकर स्कूल जा रहे थे। काफी समझाने और तबादला करने के बाद भी न मानने पर उन्हें निलंबित कर गढ़वाल अपर निदेशक शिक्षा के कार्यालय में अटैच कर दिया गया था। वहीं, अब एक और गुरुजी जो वर्तमान में प्रधानाचार्य के पद पर भी तैनात हैं, उन पर नशे में धुत होकर स्कूल आने के आरोप लगे हैं। पौड़ी जनपद की श्रीनगर विधानसभा के विकासखंड थैलीसैंण के प्राथमिक विद्यालय कुणेथ के प्रधानाचार्य, प्रदीप कुमार, पर स्कूल संचालित रहने की अवधि में शराब में धुत्त रह कर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप है।

दरअसल, यह प्रधानाचार्य वर्ष 2008 से इस स्कूल में नियुक्त है लेकिन इनकी शराबी लत से परेशान होकर कई अभिवावकों ने अपने बच्चों का नाम स्कूल से कटवा लिया है और अब स्कूल में सिर्फ़ 47 बच्चे रह गये हैं। आरोपी प्रधानाचार्य पूर्व में स्कूल में ही निवास भी करता था,लेकिन शराब पीकर ग्रामीणों के साथ हंगामा करने पर वर्ष 2018 में स्थानीय ग्रामीणों ने इन्हें स्कूल में निवास नहीं करने दिया और तब से स्कूल सहायक अध्यापक विनोद चौहान की देखरेख में चल रहा है।

गाँव के प्रधान मनवर सिंह ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से अवगत कराया कि उन्होंने मामले की शिकायत ब्लॉक शिक्षा अधिकारी थैलीसैंण और पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी से भी की, लेकिन दोनों के स्तर से उक्त प्रधानाचार्य पर अभी तक कोई भी अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं हुई है। कार्रवाई न होने से ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य के प्रति बेहद चिंतित और आशंकित हैं और जल्द इस शराबी प्रधानाचार्य का तबादला अन्यत्र न होने पर स्कूल से सभी बच्चों का नाम कटा लेंगे,जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जनपद के शिक्षा विभाग की होगी।