Uttarakhand Devbhoomi Desk: हरिद्वार में गंगा जल लेने आने वाले कांवड़ तीर्थ यात्रियों (Sawan Shivratri) का आंकड़ा चार करोड़ पार कर गया है। कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए रात से ही कतार लगी हुई है। कांवड़ यात्री रात से ही जलाभिषेक के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। रुड़की में राजमार्ग से लेकर बाईपास तक कांवड़ियों का रेला लगातार बढ़ रहा है।
शिवरात्रि 15 जुलाई यानी आज रात 08 बजकर 32 मिनट पर शुरू हो जाएगी और समापन 16 जुलाई यानी कल रात 10 बजकर 08 मिनट पर होगा. शिवरात्रि (Sawan Shivratri) का पूजन मुहूर्त 16 जुलाई को रात 10 बजकर 08 मिनट पर होगा. शिवरात्रि का पूजन मुहूर्त 16 जुलाई को रात 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.
हरकी पैड़ी के गंगा घाट भगवा चादर ओढ़े हुए हैं। खराब मौसम के बीच कई राज्यों से उमड़-घुमड़कर पहुंचे कांवड़ यात्रियों पर भगवान भोलेनाथ की भक्ति सिर चढ़कर बोल रही है। हर तरफ भोले भक्त नजर आ रहे हैं, बोल बम, बम-बम के जयकारों व डाक कांवड़ के डीजे पर शिवभजनों की गूंज के सिवाय कुछ सुनाई नहीं पड़ रहा है।
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Sawan Shivratri हरिद्वार और रूड़की में बेकाबू भीड़
शुक्रवार शाम तक यह संख्या तीन करोड़ 97 लाख से अधिक थी। इसके बाद भी कांवड़ तीर्थयात्रियों के आने और जाने का क्रम पूरी रात बना रहा। आज शनिवार को शिवरात्रि पर भी यह क्रम बना हुआ है। कांवड़ यात्री रात से ही जलाभिषेक (Sawan Shivratri) के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। मंदिर के पुजारी विनोद शास्त्री ने बताया कि जलाभिषेक का पुण्य काल रविवार सुबह तक है। महादेव के जलाभिषेक के बीच चारों तरफ हर हर महादेव का जयघोष हो रहा है।
रुड़की सिविल लाइन स्थित शिव मंदिर में लंबी लाइन लगी हुई है। इसके अलावा अन्य शिवाललों में भी शिव भक्त सुबह से ही जलाभिषेक कर रहे हैं। बताते चलें कि शनिवार को शाम से लेकर रविवार पूरे दिन जलाभिषेक का मुहूर्त है। ड्रोन के जरिए रामपुर गांव (Sawan Shivratri) से लेकर शहर तक सर्च अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही पुलिस की ओर से यहां पर चौकसी बढ़ा दी गई है। बताते चलें कि 2015 में यहां जमकर बवाल हुआ था।
Sawan Shivratri हरिद्वार में कूड़ा ही कूड़ा, क्या यही है भक्ति ?
आज शनिवार 15 जुलाई को सावन की शिवरात्रि के साथ ही कांवड़ यात्रा का समापन हो गया। कांवड़ यात्री जलभर कर अपने गंतव्यों को लौटने लगे। पहले ही अंदाजा लगाया गया कि था कि इस बार हरिद्वार जल भरने को आने वाले यात्रियों की संख्या पांच करोड़ पहुंच सकती है।
चार करोड़ से अधिक कांवड़ तीर्थयात्रियों (Sawan Shivratri) ने गंगा स्वच्छता का कतई ध्यान नहीं रखा। वह अपने पीछे गंगा और गंगा घाट में डेढ़ सौ मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा छोड़कर चले गए। कूड़े की वजह से हरकी पैड़ी सहित क्षेत्र के सभी गंगा घाटों में भारी गंदगी के साथ बदबू व्याप्त है।
Sawan Shivratri गंगा घाटों में गंदगी से बदबू
नगर निगम और अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं अपने अपने संसाधनों से इसकी सफाई में लगी हैं। बावजूद इसके माना जा रहा है कि पूरी तरह से सफाई करने में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा। तब तक गंगा स्नान को यहां आने वाले श्रद्धालुओं (Sawan Shivratri) और स्थानीय निवासियों को इसी गंदगी में रहने को मजबूरी होना होगा।
Sawan Shivratri कूड़े में बड़ी संख्या में प्रतिबंधित श्रेणी की पॉलिथीन भी हैं, जिन्हें गंगा घाटों और गंगा में छोड़ दिया गया है। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती का दावा है कि मौसम सही रहा तो क्षेत्र की सफाई दो दिनों में कर दी जाएगी। हरिद्वार में पहली बार इतनी भीड़ एक साथ आई है, ऐसा लग रहा है मानो कुम्भ शुरू हो गया हो।
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