UTTARAKHAND DEVBHOOMI DESK:रिजर्व बॅंक की Monetary Policy Meeting में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बताया कि पूरे देश से 2000 नोटों को चलन से बाहर करने के फैसले के 3 हफ्ते बाद करीब आधे दो हजार के नोट बैंकों में वापस जमा हो चुके हैं। उनके अनुसार 3.62 लाख करोड़ के 2000 के नोट 31 मार्च 2023 तक प्रचलन में थे उनमें से 1.80 लाख करोड़ के नोट बैंकों में वापस जमा हो चुके हैं।
आगे गवर्नर ने बताया कि आरबीआई फ़िलहाल 500 रुपये के नोटों को वापस लेने या 1,000 रुपये के नोटों को फिर से जारी करने के बारे में किसी भी योजना पर काम नहीं कर रहा है। आरबीआई गवर्नर जनता से ऐसी अफवाहों से दूर रहने का अनुरोध किया है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत की और ये जानकारियाँ दी।

Monetary Policy Meeting:नोटों को जमा या एक्सचेंज करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2023 तक है
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले महीने की 19 मई को 2,000 रुपये के बैंक नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी और 23 मई से इन नोटों को बदलने की अनुमति दी। एक बार में अधिकतम 20,000 रुपये तक का एक्सचेंज या जमा 30 सितंबर 2023 तक किया जा सकता है। Monetary Policy Meeting मेंआरबीआई के गवर्नर के अनुसार लोगों से कहा गया है कि 2000 रुपये के नोटों को बदलने या जमा करने के लिए जल्दबाजी करने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है| इसके लिए समय सीमा दी गई है लोग आसानी से नोट जमा कर सकते है
30 सितंबर तक 2000 के अधिकतर नोट बैंक में जमा किये जाने की उम्मीद है
Monetary Policy Meeting के बाद प्रेसवार्ता में उन्होंने ये भी स्पष्ट किया है कि आरबीआई 500 रुपये के नोटों को बंद करने या 1000 रुपये के नोटों को फिर से जारी करने के बारे में कोई भी योजना नहीं बना रहा है।