जो कभी किसी को वापिस नहीं आने देते, ये जानते हुए भी मधुमाला क्यों गई इनसे मिलने?

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KHOONI AADIVASI

देहरादून ( मनीषा रावत) :   एक छोटी सी बच्ची जो मासूमीयत से भरी थी, मगर इस बच्ची का दिमाग इतना तेज़ था की शायद ही कोई उस level तक सोच पाता। इस बच्ची ने एक दिन बंगाली अखबार में पढ़ा एक बच्चे के जन्म के बारे में, इस बच्चे का जन्म Onge Tribe में हुआ था। ये वो Tribe थी जो Andaman nicobar के islands पर रहती थी। मासूमियत से भरी इस बच्ची ने अपने पिता से इस जगह पर चलने को कहा। मगर बच्ची के पिता ने यह कहकर बच्ची को मना कर दिया कि इस जगह पर किसी भी आम इनसान के जाने की मनाही है, इस जगह पर केवल इस field से जुड़े कुछ professionals ही जा सकते हैं वो भी सरकार की permission लेकर। बस उसी समय इन नन्हीं आखों ने एक सपना देख लिया था कि वो एक ऐसा Profession choose करेगी जिससे कि वो इन Tribes से मिल सके।

जो कभी किसी को वापिस नहीं आने देते, ये जानते हुए भी मधुमाला क्यों गई इनसे मिलने?

गहन विचार वाली इस बच्ची का नाम है मधुमाला चट्टोपाध्याय। मधुमाला ने Science में bachelors किया और उन्होंने subject लिया anthropology। उस समय anthropology एक बहुत ही rare Subject हुआ करता था। मधुमाला जब anthropology की क्लास में गई तो उन्होंने अपने Professor से एक सवाल पूछा, जो बचपन से ही उनके मन में घर कर गया था। मधुमाला ने अपने professor से पुछा कि अगर वो ये subject लेती हैं तो क्या वे भविष्य में Onges से मिल सकती हैं। उनके professor ने उन्हें जवाब कि आप बिलकुल मिल सकती हैं। फिर क्या था, मधुमाला ने खूब महनत की और पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने रिसर्चर के तौर पर Anthropological Survey of India को join किया और 1989 में मधुमाला Senior Fellow के पद पर पहुंच चुकी थी। इसके बाद मधुमाला ने अपनी posting के लिए Andaman को चुना, जहां जाना खतरे से खाली न था। अक्सर Andaman में पोस्टिंग से अधिकतर लोग डरते थे मगर जब एक Female द्वारा अपनी posting Andaman कराए जाने को लेकर Request की गई तो उनके Director ने इस पर हामी तो भर दी मगर साथ ही शर्त भी रखी की मधुमाला के parents को इस पर written में permission देनी होगी। अब बचपन से ही बेटी के सपने को भला मां बाप कैसे पूरा न होने देते, उन्हें अपनी बेटी के मजबूत इरादों पर पूरा भरोसा था और माता पिता की permissionमिलते ही मधुमालानिकल पड़ी अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए। Andaman पहुंचने के बाद मधुमाला ने कई national projects handle किए और Andaman के tribes पर research करना शुरू कर दिया। इस दौरान मधुमाला Calcutta University से PHd भी कर रहीं थी और इन्होंने PHd का अपना Topic चुना Andaman के tribes पर Research करना। इन Tribes में Onges और Sentinalese भी शामिल थे।
अब Onges और Sentinalese कौन हैं इस पर हमने एक अलग से वीडियो बनाया है जिसका लिंक हमने Description Box में दिया हुआ है। आप इनके बारे में अच्छे से जानने के लिए इस वीडियो को देख सकते हैं।
अब अपने project के लिए मधुमाला ने Onges tribe को visit किया। इन्होंने Onges को लगातार 2 महीनों तक visit किया और इसके बाद उनकी next destination थी Sentinalese, जिनसे आजतक कोई भी Contact नही साध पाया। मधुमाला को यहां जाने से कई लोगों ने रोका मगर उन्हें अपनी जिंदगी में Challenges पसंद थे और उन्होंने अपने इस action के लिए खुद जिम्मेदारी लेते हुए written में दिया, जिसके बाद वो निकल पड़ी Sentinalese से पहला Contact साधने के लिए।

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Sentinalese को observe करने के लिए मधुमाला और उनकी टीम ने एक रणनीति तैयार की, जिसमें उन्होंने Sentinel Island के किनारे से थोड़ी दूरी पर अपनी नाव को रोका और वहां से Binaucular से Sentinalese को observe किया, जहां कुछ Dark Brown color के लोग समुद्र के तट पर घूम रहे थे। जैसे ही Sentinalese ने नाव देखी वैसे ही उन्होंने मधुमाला और उनकी टीम की ओर तीर से निशाना साधा। तभी 13 लोगों की टीम जिनमें मेडिकल और पुलिस कर्मी भी मौजूद थे, उन्होंने Sentinalese को नारियल दिखाए और Sentinel Island के किनारे पर फेंकते रहे जिसे लेते हुए Sentinalese भी काफी खुश और उत्साहित नजर आए। इसके बाद Sentinalese और ज्यादा नारियल की मांग करने लगे, जिसके बाद मधुमाला की टीम को मौका मिल गया Sentinalese के और पास जाने का। धीरे धीरे मधुमाला और उनकी टीम Sentinalese के और करीब जाती रही और अपनी बोट से उतरकर उन्होंने Sentinalese के साथ पहला Contact साधा।
अब मधुमाला के पास से सभी नारियल खत्म हो चुके थे, जिसके बाद उन्होंने Sentinalese से कहा कि वो फिरसे उन सभी के लिए और नारियल लेकर आएंगे। लेकिन जब अगली बार मधुमाला और उनकी टीम नारियल लेकर आए तो इस बार एक लड़का उन पर निशाना साधे खड़ा था, जिसके पीछे एक महिला भी खड़ी थी। अब इस situation में मधुमाला ने Onges की भाषा में उस औरत को अपने पास आने को बोला और बताया कि वो लोग उनके लिए नारियल लेकर आए हैं और हैरानी की बात तो ये है कि sentinalese होने के बावजूद भी वो औरत Onges की भाषा को समझ भी गई और उसने तुरंत उस लड़के का तीर नीचे कर डाला। जिसके बाद मधुमाला और उनकी टीम sentinalese के करीब गई और एक बार फिरसे मधुमाला ने sentinalese से Friendly Contact साधा। और जब अगली बार वे sentinalese से मिलने फिरसे आए तो उन सभी ने फिरसे वही कपड़े पहने थे जो वह इससे पहली बार पहनकर गए थे ताकी sentinalese उन्हें आसानी से पहचान सकें। अब इस बार sentinalese उन्हें पहचान भी गए और उनकी ओर भागे चले आए। जिसके बाद उन सभी sentinalese ने उनसे नारियल लिए और उनके साथ थोड़ा वक्त भी व्यतीत किया। Sentinalese से ये Friendly Contact पहली और आखिरी बार था जो मधुमाला चट्टोपाध्याय और उनकी टीम द्वारा बनाया गया था।
तो इस तरह से वो छोटी सी बच्ची, जिसने अपनी आखों में एक सपना संजोया था, उस सपने को पूरा कर मधुमाला चट्टोपाधायाय ने इतिहास रच दिया जो आजतक कोई न रच सका।