खारकीव में फिर हुआ बड़ा धमाका, 21 की मौत; 112 घायल

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दोनों देशों के तनाव के बीच मिसाइल अटैक के साथ रूसी सेना ने तेज किए हमले

नई दिल्ली, ब्यूरो। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच आज सातवें दिन भी जगह-जगह धमाके और कल रात मिसाइल अटैक हुए हैं। खारकीव में एयरट्रूपर्स उतारने के बाद रूसी सेना ने हमले तेज कर दिए हैं। अस्पताल पर हमले के बाद खारकीव से एक और बड़े धमाके की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि, इस हमले में 21 लोगों की मौत हो गई, वहीं 112 लोग घायल हुए हैं।

रसिया की सेना की ओर से राजधानी कीव और खार्किव समेत कई प्रमुख शहरों को निशाना बनाया जा रहा है। आज सुबह रूसी पैराट्रूपर्स ने खारकीव में एक अस्पताल पर हमला किया। रूसी सेना ने खेर्सोन शहर पर भी कब्जा कर लिया है। इसके पहले मंगलवार रात रूसी फोर्सेस ने राजधानी कीव के टीवी टावर पर मिसाइल अटैक किया। इस हमले में 5 लोगों की मौत हो गई। रूस ने यहूदियों के नरसंहार की याद में बने बेबिन यार होलोकॉस्ट मेमोरियल सेंटर पर भी हवाई हमला किया। रूस की इस सर्जिकल स्ट्राइक से यूएन में रूस को भारी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। विगत मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में जैसे ही रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बोलना शुरू किया लगभग 100 डिप्लोमैट्स ने वॉकआउट कर लिया।

अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत का दूसरा दौर आज पोलैंड में होगा। हालांकि, इसका वक्त नहीं बताया गया है। बातचीत से पहले जेलेंस्की ने कहा कि जब तक यूक्रेन के शहरों पर रूसी हमला जारी रहेगा, तब तक शांति की कोई गुंजाइश नहीं है।

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दूसरी ओर राजधानी कीव पर कब्जे को लेकर हो रहे हमलों के बाद यूक्रेन से बड़ी संख्या में पलायन हो रहा है। राजधानी कीव की ट्रेनों में भीड़ डरा रही है। जानकारी के अनुसार यूक्रेन से अभी तक आठ लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देशों में पलायन कर चुके हैं। यह संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। जब तक दोनों देशों के बीच शांति वार्ता नहीं होती और रसिया अपने एयरस्ट्राइक और हमले बंद नहीं करता लोगों का पलायन जारी रहेगा।

वहीं, देश-दुनिया की मीडिया और राजनेता इसे लेकर जो भी बयानबाजी कर रहे हों, लेकिन रसिया के लिए यह मात्र एक सर्जिकल स्ट्राइक है। रूस ने अभी तक अपनी शक्ति दस प्रतिशत भी इस्तेमाल नहीं किया है। वह चाहता तो एक ही दिन में कीव पर कब्जा कर लेता, लेकिन रसियन आर्मी शांतिपूर्वक तरीके से वहां के नागरिकों को बीच न आने के लिए कह रही है। वहीं, दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन के हाथ की कठपुतली बनकर रूस को और अधिक उकसा रहे हैं। रसियन आर्मी कीव तक पहुंच चुकी है। अगर इसमें कोई तीसरा देश या संगठन बीच में आया तो रसिया परमाणु हमला भी कर सकता है।