ITBP vehicle accident में उत्तराखंड का एक और लाल हुआ बलिदान

0
589
ITBP vehicle accident 

चम्पावत ब्यूरो- हाल ही में जम्मू कश्मीर के पहलगाम हुए ITBP vehicle accident में घायल हुए उत्तराखंड के लाल सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल भी बलिदान हो गये। ITBP vehicle accident के बाद उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मृत्यु हो गई। उनके इस बलिदान पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शोक व्यक्त किया है।

ITBP vehicle accident 

एम्स में चल रहा था इलाज

बताया जा रहा है कि हाल ही में हुए ITBP vehicle accident में सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल के सिर और पेट पर गंभीर चोटें आ गई थी। जिसके बाद उन्हें एम्स में इलाज के लिए लाया गया था। यहीं उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।

अस्पताल से की थी वीडियो कॉल

16 अगस्त को एक्सीडेंट होने के बाद जब सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसके बाद हाल ही में उन्होंने वीडियो कॉल पर अपने परिजनों से बात की थी और कहा था कि वे अब ठीक हैं। इस वीडियो कॉल के बाद उनके परिवार ने राहत की सांस ली थी। लेकिन आज अचानक उनकी मौत की खबर सुन के सब के ऊपर दुखों का पहाड़ गिर पड़ा है।

ITBP vehicle accident 

पैतृक गांव लाया जाएगा पार्थिव शरीर

ITBP vehicle accident में बलिदान हुए मेजर नंदन सिंह चम्याल आईटीबीपी के चौथी बटालियन में अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे और लगभग डेढ़ माह पहले उनकी ड्यूटी अमरनाथ यात्रा में लगी थी। उनकी मृत्यु के बाद उनके पैतृक गांव देवीधुरा के पखोटी गांव लाया जाएगा, जिसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी शोक व्यक्त किया

ITBP vehicle accident में इलाज के दौरान बलिदान हुए सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने उनके परिवार को इस संकट की घड़ी में हर संभव मदद की आश्वासन भी दिया है।

ITBP vehicle accident में दिनेश सिंह बोहरा भी हुए थे शहीद

जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में अमरनाथ यात्रा से लौट रहे आईटीबीपी के जवानों का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में पिथौरागढ़ के भुरमनी गांव के रहने वाले दिनेश सिंह बोहरा भी शहीद हो गये थे। वे आइटीबीपी की चौथी बटालियन में अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे और उनकी ड्यूटी भी अमरनाथ यात्रा में थी।

Rishikesh- Karnprayag Rail Project: रेल परियोजना की पहली टनल हुई ब्रेकथ्रू