Uttarakhand News (रुद्रपुर) : UP सचिवालय में नौकरी दिलवाने के नाम पर 21 लाख से ज्यादा रुपये का चूना लगाने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसके पास से UP शासन की नंबर प्लेट लगा वाहन भी बरामद हुआ है। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
एसपी सिटी ने बताया कि ट्रांजिट कैंप फुलसुंगा निवासी श्रीपाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनके 2 बेटे और बहू नौकरी की तलाश कर रहे थे। इसी बीच मई 2021 में उनके पुत्र पुष्पेंद्र सिंह की मुलाकात ग्राम अधौली थाना सत्तरगंज जिला बाराबंकी निवासी सर्वेश यादव और उसकी पत्नी थाना रतनपुर, जिला अंबेडकरनगर निवासी से हुई थी।
Uttarakhand News : सर्वेश ने अपने को बताया अनुसचिव पद पर कार्यरत
इस दौरान सर्वेश यादव ने अपने आप को राज्य संपत्ति विभाग, UP सचिवालय में अनुसचिव पद पर कार्यरत बताया और साथ ही अपना परिचय पत्र भी दिखाया। सर्वेश की बातों में आकर उन्होंने अलग-अलग तिथियों में बैंक खातों में करीब 21.25 लाख रुपए जमा करा दिए। रकम देने के बाद भी आरोपियों ने उन्हें कोई नियुक्ति पत्र नहीं दिया और रुपये मांगने पर कोई न कोई बहाना बनाता रहा। जब उन्हें शक हुआ तो उन्होंने लखनऊ जाकर राज्य संपत्ति विभाग में जानकारी जुटाई तो फिर उनको पता चला कि यहाँ पर इस नाम का कोई व्यक्ति कार्यरत है ही नहीं।
एसपी सिटी मनोज कुमार ने बताया कि जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि होने पर थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप की अगुवाई में पुलिस ने सर्वेश यादव के घर जाकर बाराबंकी उत्तर प्रदेश में दबिश दी। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और काले रंग का वाहन, जिसकी नंबर प्लेट पर उत्तर प्रदेश शासन लिखा हुआ था, उसे भी कब्जे में ले लिया। साथ ही पूछताछ में आरोपित ने ठगी की बात भी कबूल की है ।
Uttarakhand News : सर्वेश यादव लखनऊ में भी है पहले से केस
सर्वेश यादव पर रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप के साथ-साथ लखनऊ के थाना गोमती नगर में भी वर्ष, 2019 में धोखाधड़ी का केस दर्ज है। तब UP पुलिस ने उसके पास से एक कार हूटर समेत कब्जे में ली थी। साथ ही 5 भारतीय स्टेट बैंक के खाते के चैक, इंडस बैंक के ब्लैंक चेक, 6 लोगों के शिक्षा संबंधी व अन्य कागजात भी बरामद किये। साथ ही अभी भी उस पर और कितने केस दर्ज है, इसकी जानकारी लेने के लिए उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
Uttarakhand News : 12वीं पास है सर्वेश
एसपी सिटी ने बताया कि धोखाधड़ी का आरोपित सर्वेश 12वीं तक ही पढ़ा है। पहली बार उसकी मुलाकात श्रीपाल के पुत्र पुष्पेंद्र से कोलकात्ता में हुई थी। पुष्पेंद्र वहां पर बीटेक करने के बाद काम कर रहा था। उसने पुष्पेंद्र को सचिवालय में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। वह कई बार नैनीताल के (Uttarakhand News) व रुद्रपुर में भी आया था।
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