हल्द्वानी हिंसा (Haldwani Violence) के बाद शांति व्यवस्था को स्थापित करने के लिए हल्द्वानी शहर में आज दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी है। पुलिस पूरे शहर में चप्पे- चप्पे पर नजर बनाए हुए है। साथ ही पुलिस ने उपद्रवियों की धरपकड़ शुरू कर दी है। पुलिस ने पूरे मामले में पांच हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है जिसमें 18 के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज है।
आज भी इंटरनेट बंद (Haldwani Violence)
गुरुवार को हुई हिंसा के बाद पूरे हल्द्वानी शहर में कर्फ्यू जारी है। लेकिन आज कर्फ्यू के कारण सभी स्कूल- कॉलेज बंद हैं, सभी दुकानें प्रतिष्ठानों को बंद रखा गया है, आवाजाही भी पूरी तरह से बंद और हल्द्वानी में स्कूलों और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में होने वाली परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया गया। शांति व्यवस्था को देखते हुए हल्द्वानी में कर्फ्यू में ढील देने को लेकर आज फैसला हो सकता है।
पांच हजार उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज
जिस तरह से हल्द्वानी में हिंसा की घटना हुई है और यह माना जा रहा है कि यह पूरी घटना सुनियोजित तरिके से घटी है। उसके बाद पुलिस प्रशासन ने घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल के फुटेज खंगालने के बाद पांच हजार उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है जिसमें 18 के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही आसपास के जंगलों में सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है।
हिंसा (Haldwani Violence) में 6 करोड़ से अधिक का हुआ नुकसान
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध अतिक्रमण को हटाने के बाद शुरू हुए उपद्रव को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा है कि शहर में हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी। अब हल्द्वानी में शासन- प्रशासन नुकासने के आंकलन में जुट गया है। हल्द्वानी नगर निगम का कहना है कि निगम को इस घटना में पांच करोड़ के लगभग नुकसान हुआ है तो पुलिस प्रशासन का कहना है कि उन्हें एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।