रोडवेज ने 12 कर्मचारियों को किया जबरन रिटायर, जाने क्या है मामला

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Uttarakhand Devbhoomi Desk: रिटायरमेंट हर किसी के जीवन का एक भावुक पल होता है। हर कोई अपने इस पल को खास बनाना चाहता है। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी का जबरन रिटायरमेंट (uttarakhand roadways employees retired) करना पड़ रहा हो। जी हाँ उत्तराखंड के रोडवेज कर्मचारियों के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है। आपको बता दें कि काम करने में अक्षम कर्मचारियों को रोडवेज ने पहली बार जबरन रिटायर करना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में रोडवेज ने दो दिन में 12 ऐसे कर्मचारियों को जबरन रिटायर किया जिसके चलते निगम कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

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uttarakhand roadways employees retired: 84 कर्मचारी को भेजा गया था नोटिस

दरअसल, परिवहन निगम ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति का आदेश (uttarakhand roadways employees retired) जारी किया था जिसमे एक लिपिक, 69 ड्राइवर, 14 कंडक्टर ऐसे थे जो कि अक्षम हैं। इसके तहत इन सभी कर्मचारियों को 3 माह पहले ही नोटिस भेजा गया था। बता दें कि परिवहन निगम कर्मचारी सेवा नियमावली-2015 के विनियम 37(क) के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा रही है।

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आपको बता दें कि पिछले दो दिन में परिवहन निगम (uttarakhand roadways employees retired) ने देहरादून, टनकपुर और नैनीताल मंडल में 12 अक्षम कर्मचारियों को जबरन रिटायर कर दिया। और बाकी 23 दिसंबर को जबरन रिटायर कर दिए जाएंगे।

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