UTTARAKHAND DEVBHOOMI DESK::उत्तराखंड में बिजली की बढ़ती डिमांड के बीच UTTARAKHAND POWER CRISIS का खतरा भी बढ गया है। इसका कारण केंद्रीय ग्रिड में बिजली की किल्लत होना है। जिस तरह की स्थिति देखी जा रही है ऐसे में बिजली की कमी के हालात उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश मे हैं। फिलहाल यूपीसीएल रोजाना 30 से 50 लाख यूनिट बिजली, बाजार से ऊंचे दामों पर खरीद रहा है। इसके अलावा केंद्र द्वारा गैर आवंटित कोटे की भी पूरी बिजली नहीं मिल पा रही है।
UTTARAKHAND POWER CRISIS के समाधान के लिए यूपीसीएल ने अपने दो अधिकारियों की टीम को दिल्ली भेजा है जो कि सभी संबंधित प्राधिकरण, मंत्रालय से बातचीत करेंगे और बिजली की उपलब्धता का रास्ता निकालने की कोशिश करेंगे।

बता दें कि राज्य में वर्तमान में UTTARAKHAND POWER CRISIS इतनी है कि गैर आवंटित कोटे की तय बिजली न मिलने पर रोजाना करोड़ों की बिजली बाजार से खरीदनी पड़ रही है। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि केंद्र की सहमति के तहत अब 400 मेगावाट पर काम चल रहा है।
UTTARAKHAND POWER CRISIS:30 सितंबर तक मिलेगी बिजली
यूपीसीएल को गैस आधारित बिजली प्रोजेक्ट के साथ साथ सेंट्रल ग्रिड से भी बिजली मिलती है, इस से राज्य में पूरी डिमांड के करीब पहुंच पा रहा है। फिलहाल केंद्र सरकार से राज्य को जितना कोटा मिला है, उससे भी 300 मेगावाट बिजली ज्यादा मिल रही है। लेकिन ये अतिरिक्त कोटा 30 सितंबर तक ही राज्य सरकार को मिल सकेगा। लेकिन उसके बाद UTTARAKHAND POWER CRISIS के आसार और बढ़ जाएंगे, जिसका सीधा सीधा असर बिजली आपूर्ति पर पड़ेगा।
ये भी पढ़ें-

बारिश कम होते ही चारधाम यात्रा ने पकड़ी रफ्तार, 40 लाख श्रद्धालु पहुंचे चारधाम
देवभूमि उत्तराखंड से जुड़ी हर खबर और जानकारी के लिए क्लिक करें-देवभूमि न्यूज