दिल्ली ब्यूरो : केंद्र सरकार की घोषित ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ बढ़ते विरोध को देखते अब सरकार ने अनौपचारिक रूप से एक फैक्ट शीट जारी की है। जिसमें युवाओं को अग्निपथ योजना के फायदे बताए गए हैं। इस फैक्ट शीट का टाइटल सरकार ने रखा है कि ‘ अग्निपथ, मिथक बनाम तथ्य।’ शीट के जरिए सरकार ने प्रदर्शन कर रहे युवाओं के सामने अपना पक्ष रखने की कोशिश की है और योजना को लेकर जो भी सवाल उठ रहे हैं उनके जवाब इसमें दिए गए हैं।
सरकार का कहना है कि जो लोग खुद का स्टार्ट अप शुरू कर आंत्रप्रेन्योर बनना चाहेंगे उन्हें सरकार वित्तीय सहायता और लोन उपलब्ध करवाएगी। वहीं जो लोग आगे की पढ़ाई करना चाहेंगे उन्हें कक्षा 12 के समान सर्टिफिकेट दिया जाएगा साथ ही आगे की पढ़ाई के लिए ब्रिजिंग कोर्स उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके अलावा जो लोग नौकरी चाहते हैं उन्हे सीएपीएफ और राज्यों की पुलिस भर्ती में वरीयता दी जाएगी। सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि योजना के तहत युवाओं के लिए अवसर बढेंगे। क्योंकि आने वाले सालों में वर्तमान से तीन गुना ज्यादा भर्तियां होंगी। साथ ही सरकार ने ये भी स्पष्ट किया है कि रेजिमेंटल सिस्टम में कोई परिवर्तन नहीं किया जा रहा है। ब्लकी बेस्ट अग्निवीर को सेना में स्थायी किया जाएगा। ये भी पढ़े-मंत्री चंदन रामदास की हालत नाजुक! मैक्स से जौलीग्रांट और अब दिल्ली के इस अस्पताल रेफर
सरकार ने योजना को लेकर सफाई देते हुए कहा कि इस तरह की शॉर्ट टर्म स्कीम ज्यादातर देशों में चलाई जा रही हैं, और योजना को लाने से पहले सभी तरह की जांच की गई है। सरकार ने बताया कि पहले साल जितने भी अग्नीवीर भर्ती होंगे वो सेना के 3 फीसदी होंगे जिसके बाद चार साल बाद उन्हें सेना में स्थायी करने से पहले फिर से उनकी परीक्षा होगी। इसलिए सेना में भर्ती होने वाले लोग पूरी तरह से जांचे परखे और ट्रेन्ड होंगे। सरकार का कहना है कि दुनियाभर में ज्यादातर सेनाएं युवाओं पर ही निर्भर हैं। इस योजना के जरिए युवा और अनुभवी लोगों के बीच 50-50 का अनुपात करने की कोशिश की जाएगी। ये भी पढ़े-अमेरिका के आगे किसी कीमत पर नहीं झुकेंगे मोदी, एग्रीकल्चरल सब्सिडी पर रोक से भारत ने किया इनकार