DEVBHOOMI NEWS DESK: केंद्र सरकार ने संसद भवन परिसर की सुरक्षा का जिम्मा सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) को सौंपने की तैयारी कर (PARLIAMENT SECURITY RESPONSIBILITY TO CISF) ली है। बता दें कि बीते दिनों संसद की सुरक्षा में लापरवाही का मामला हुआ था, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला किया है। बता दें कि सीआईएसएफ विभिन्न मंत्रालयों की इमारतों, परमाणु ठिकानों, अंतरिक्ष केंद्र के अहम ठिकानों समेत नागरिक एयरपोर्ट्स और दिल्ली मेट्रो की भी सुरक्षा में लगी हुई है।
CISF की टीम करेगी सर्वे
मौजूदा समय में विभिन्न सरकारी इमारतों की सुरक्षा संभाल रही टीम इस हफ्ते सीआईएसएफ के विशेषज्ञ जवानों और अधिकारियों के साथ ही संसद भवन का सर्वे करने वाली है। नई योजना के तहत नए और पुराने संसद भवन के साथ ही अन्य सहयोगी इमारतों को भी एक सिक्योरिटी कवर के तहत लाया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सीआईएसएफ संभालेगी।
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PARLIAMENT SECURITY RESPONSIBILITY TO CISF: क्यों अन्य सुरक्षा बालों से अलग है CISF?
बता दें कि सीआईएसएफ गृह मंत्रालय के तहत आने वाला केंद्रीय पुलिस बल है। इसका गठन 15 मार्च 1969 को किया गया था। 15 जून 1983 को इसे आर्म्ड फोर्स बनाया गया। सीआईएसएफ देश में विभिन्न सरकारी इमारतों को सुरक्षा देती है। सीआईएसएफ में विशेष फायर विंग भी है, जो इसे खास बनाती है।(PARLIAMENT SECURITY RESPONSIBILITY TO CISF)
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