UTTARAKHAND DEVBHOOMI DESK:उत्तराखंड में जोशीमठ के बाद अब एक और खूबसूरत पहाड़ी शहर नैनीताल की भी (NAINITAL LANDSLIDE LATEST NEWS)की खबरें बीते कुछ दिनों से सुर्खियों में आ रही हैं। इसी कड़ी में शनिवार को नैनीताल में आल्मा पहाड़ी दरकने से 4 घर जमींदोज होने की खबर आई थी। इस घटना के बाद से नैनीताल प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। बीते रविवार को आल्मा पहाड़ी पर बने 250 घरों को खाली करवाने का काम शुरू कर दिया है।
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NAINITAL LANDSLIDE LATEST NEWS:प्रशासन ने लगाए लाल निशान
नैनीताल विकास प्राधिकरण ने इन घरों पर लाल निशान लगाकर इन घरों को तीन दिन में खाली करने के निर्देश दिए है। बता दें कि आल्मा पहाड़ी पर 10 हजार परिवार बसें हैं जो इस समय खतरे में हैं। (NAINITAL LANDSLIDE LATEST NEWS)नैनीताल विकास प्राधिकरण के अनुसार इस पहाड़ी पर 1989 से 2022 के बीच बहुत ज्यादा अवैध निर्माण हुए हैं।
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विशेषज्ञों का इस मामले में क्या कहना है?
वैज्ञानिकों के अनुसार नैनीताल शहर में स्थित नैनी झील के बीचों बीच से एक फॉल्ट लाइन गुजरती है। ये लाइन शहर को बेहद संवेदनशील बना रही है। पिछले कुछ समय से नैनीताल की संवेदशील पहाड़ियों पर निर्माण कार्य बहुत अधिक हो गया है। जिस कारण क्षेत्र में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। (NAINITAL LANDSLIDE LATEST NEWS) अगर इस मामले में जल्दी कदम ना उठाए गए तो गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। कई लोगों का मानना है कि जिस तरह से नैनीताल में हालत बन रहे हैं उसे देखते हुए लगा रहा है कि भविष्य में यहां जोशीमठ से भी बड़ी आपदा का खतरा पैदा हो रहा है।
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जोशीमठ भू-धँसाव की रिपोर्ट हुई सार्वजनिक, तो ये हैं शहर के धँसने के कारण
बता दें कि बीते अगस्त महीने में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि हिमालयी क्षेत्र में जनसंख्या विस्फोट के कारण जमीन पर दबाव बढ़ गया है। इसकी क्षमता के अध्ययन के लिए विशेषज्ञ समिति बनाएं जाने की जरूरत है।
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