मदरसे पर ध्वजारोहण कर रहे थे बाबा रामदेव फिर हुआ कुछ ऐसा कि मच गई अफरा-तफरी!
एक बार झटका मारने के बाद भी नहीं खुली झंडे की रस्सी, फिर से खींची तो टूट गया ध्वजदंड
हरिद्वार, ब्यूरो। मदरसे पर ध्वजारोहण कर रहे थे बाबा रामदेव फिर हुआ कुछ ऐसा कि मच गई अफरा-तफरी! आज स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ और अमृत महोत्सव की पूरे देश भर में धूम रही। जगह-जगह तिरंगा यात्रा और ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किए गए। हरिद्वार जनपद के बहादराबाद इलाके के एक गांव में मौजूद मदरसे में में ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान योग गुरु बाबा रामदेव एक मदरसे पर ध्वजारोहण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान मदरसे पर लगे झंडे को ध्वजारोहण के लिए जैसे ही बाबा रामदेव ने खींचा तो रस्सी नहीं खुली। इसके बाद बाबा रामदेव ने जोर लगाते हुए रस्सी खींची तो झंडे का ध्वजदंड (डंडा) ही आगे से टूट गया। इससे मौके पर असहज और अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। बाबा ने खुद स्थिति को संभालते हुए लोगों को शांत रहने को कहा। इसके बाद दूसरे डंडे का इंतजाम कर ध्वजारोहण किया गया।

दरअसल, आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हरिद्वार के बहादराबाद के ग्रामीण इलाके में छात्रों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बाबा रामदेव तिरंगा यात्रा निकालने के बाद बोड्ड़ाहेड़ी गांव के मदरसे पर पहुंचे थे। यहां पर ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। बताया जा रहा है कि झंडे का ध्वजदंड काफी कमजोर होने के कारण जैसे ही बाबा रामदेव ने रस्सी से बंधे झंडे को खींचने की कोशिश की तो वह नहीं खुला। बाबा रामदेव ने थोड़ा जोर लगाते एक और झटका मारा तो ध्वज दंड का अगला हिस्सा मुड़कर टूट गया। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थिति को संभालते हुए बाबा रामदेव ने लोगों को शांत रहने के लिए के लिए कहा। इसके बाद नए ध्वजदंड का इंतजाम किया गया।