Uttarakhand Devbhoomi Desk: उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में पशुओं में फिर से लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिल रहे है। वायरस के बढ़ते (Lumpy Virus in Uttarakhand) कहर को देखते हुए केंद्र के वैज्ञानिकों की टीम पहुंच गई है। और फैले लंपी वायरस के कारणों की तलाश में जुट गई है। उधर, वैज्ञानिकों ने इसे लेकर पशु चिकित्सकों की बैठक ली और वायरस के प्रभाव और बचाव के कार्यों की समीक्षा की।
इस दौरान केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय में संयुक्त आयुक्त डा.विजय तेवतिया, आईसीएआर बेंगलुरु के वरिष्ठ चिकित्सक डा.मधुसूदन रेड्डी ने पिथौरागढ़ में पशु चिकित्सकों के साथ बैठक में वायरस के फैलने को लेकर चर्चा की। इस दौरान केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय ने निर्देश दिए कि प्रत्येक पशु का टीकाकरण हो। और नियमित रूर से टीकाकारण अभियान चलाया जाए।
Lumpy Virus in Uttarakhand: रिंग वैक्सीनेशन पर दिया गया जोर
पशुपालन मंत्रालय ने कहा कि जिस क्षेत्र में लंपी वायरस का मामला सामने आता (Lumpy Virus in Uttarakhand) है वहां रिंग वैक्सीनेशन पर जोर दिया जाए। अपर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.पंकज जोशी ने बताया कि जिले में अब तक 55 हजार पशुओं को टीके लगाए जा चुके हैं और पंद्रह पशुओं की मौत भी हुई है।
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