खुलासा: जानें कौन थे रजिस्ट्रार ऑफिस धोखाधडी के अपराधी, फिल्मी कहानी जैसा कांड !

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Land Fraud Case
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उत्तराखंड पुलिस ने आपॅरेशन प्रहार के अन्तर्गत दून पुलिस (Land Fraud Case) की बडी कार्यवाही। रजिस्ट्रार ऑफिस के अभिलेखों में धोखाधडी कर करोडो रुपये की जमीनों की खरीद फरोख्त करने वाले अन्तर्राज्जीय गिरोह के 3 लोगों को किया गिरफ्तार। प्लानिंग ऐसी की थी जैसी कोई फिल्म की स्क्रिप्ट हो, असम के रहने वालों ने दून की जमीन बेच डाली।

जब मुख्यमंत्री और dm ने इस मामले की जांच के सख्त आदेश दिए तो तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून ने केस पंजीकृत किया। देहरादून पुलिस ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए तुरंत एक बेस्ट एस0आई0टी0 टीम का गठन किया। फिर टीम द्वारा रजिस्ट्रार ऑफिस से जानकारी निकाली गई।

जिसमें रिंग रोड से सम्बन्धित 50 से अधिक रजिस्ट्रियों की जांच करके सभी लोगों से पूछताछ की गई। पूछताछ में कुछ प्रोप्रटी डीलर के नाम सामने आये जिनसे सख्त पूछताछ के बाद फर्जीवाडे में वकील इमरान का नाम सबसे ज्यादा आया। साथ ही फर्जी रजिस्ट्री करने वाले सन्तोष अग्रवाल और दीपचन्द अग्रवाल का नाम भी सामने आया।Land Fraud Case

Land Fraud Case: कैसे की प्लानिंग

सन्तोष अग्रवाल और दीपचन्द अग्रवाल डिबरूगढ आसाम के रहने वाले हैं, उनका लकडी और कोयला का काम था। जिसके सिलसिले में वो दोनों अकसर सहारनपुर के0पी0 सिंह के पास आते जाते थे। 2019 में उनकी मुलाकात के0पी सिंह के जरिए इमरान वकील से हुई जिसने उन्हें देहरादून आने के लिए बोला।

इमरान वकील से ने उन्हे बताया कि देहरादून में कई जमीने ऐसी हैं जो बीना वारिस के पडी है। उनमें से कुछ जमीन वह उनके नाम करा सकता है, इमरान ने अपनी गारण्टी ली कि वह उन्हे कभी फंसने नहीं देगा। फिर इमरान ने एक रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारी डाल चन्द से मिलवाया जो उनके साथ इस प्लान में शामिल हो गया।Land Fraud Case

फिर इमरान ने उन दोनों के नाम से रिंग रोड की जमीन के कागज बनवाये इन कागजों को बनवाने में अर्पित चावला वकील भी इमरान के साथ मिला था। 2021-22 में इन लोगों ने मिलकर रिंग रोड और राजपुर रोड में कई जमीनों (Land Fraud Case) पर ऐसे कब्जा करके खूब पैसा कमाया।

Land Fraud Case: पुलिस ने 3 को दबोचा 1 फ़रार

इमरान और उसका साथी सहनवाज की रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में काम करने वाले डाल चन्द से अच्छी बातचीत थी और इन लोगों ने जमीन के जो भी कागजात बनाये और रजिस्ट्रार कार्यालय मे लगाये व सभी डालचन्द के साथ मिलकर किये थे। इनके साथ और कई लोग भी उठते बेठते थे पर उनका नाम अभी सामने नहीं आया है।

डाल चन्द रजिस्ट्रार कार्यालय में बाईन्डर का काम करता था उसे इमरान ने लालच देकर कुछ पुरानी जमीनों के असली कागजात को जिल्द बही से निकालकर फर्जी कागजात लगवाये थे। क्योंकि रिकॉर्ड रूम में उसका आना जाना था तो उसे सभी पुरानी जमीनों के कागजातो के बारे मे अच्छी जानकारी थी।Land Fraud Case

पुलिस ने सन्तोष अग्रवाल और दीप चन्द अग्रवाल को डिब्रूगढ आसाम से पकड़ा तो ये सारी कहानी बाहर आई। रजिस्ट्रार कार्यालय में काम करने वाले 58 साल के तीसरे अपराधी (Land Fraud Case) डालचन्द को रेसकोर्स देहरादून से पकड़ लिया गया है।

सारा काम अभी तक उत्तराखंड पुलिस के अनुसार ही चल रहा है, लेकिन मामले को गरम होता देख इमरान और उसका साथी सहनवाज फ़रार चल रहे हैं। जैसे जैसे पकड़े तीनों का मुँह खुलेगा तो बाकी लोगों का नाम भी या सकता है। (Land Fraud Case) फिलहाल उत्तराखंड पुलिस के लिए आज जीत का दिन है।

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