Uttarakhand Devbhoomi Desk: 7 साल पुराना मामला यानी वर्ष 2016 में सामने आए चर्चित विधायक हॉर्स ट्रेडिंग मामले को लेकर आज सीबीआई की टीम (Harish Rawat News) नोटिस लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत के घर पहुंची। इस दौरान हरीश रावत घर पर नहीं मिले। इसकी जानकारी खुद हरीश रावत ने अपने फेसबुक पर साझा की।
उन्होंने लिखा ‘ दोस्तों #CBI के नोटिस के संबंध में मैंने आपसे कहा था कि….. CBI…… 29 जून को ही मुझे नोटिस सर्व कर दें।’

Harish Rawat News: यहां पढ़े पूरा मामला
बता दें कि हाल ही में कोर्ट ने चार नेताओं को नोटिस जारी करने (Harish Rawat News) के आदेश दिए हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट और स्टिंग ऑपरेशन से जुड़े निर्दलीय विधायक उमेश कुमार शामिल है। बता दें कि कुछ दिन पहले सीबीआई ने इन चारों नेताओं के वॉयस सैंपल लेने की अनुमति के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर कोर्ट ने सहमति जताई और आदेश जारी किए।
गौरतलब है कि वर्ष 2016 में उमेश कुमार ने दावा किया था कि हरीश रावत सरकार (Harish Rawat News) को बचाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की डीलिंग की जा रही थी। इसके बाद से राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया था।
राजनीति में हॉर्स ट्रेडिंग क्या है?
पिछले कुछ समय में राजनीति में हॉर्स ट्रेडिंग का इस्तेमाल बढ़ा है। बता दें कि जब राजनीति में नेता दल बदलते हैं, या फिर किसी चालाकी से कुछ ऐसा खेल रचते है कि दूसरी पार्टी के नेता उनका समर्थन करें तब राजनीति में इसे हॉर्स ट्रेडिंग कहा जाता है।
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