बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित, बसंत पंचमी के मौके पर हुई घोषणा

0
13

देहरादून- उत्तराखंड में चार धामों में एक और भू बैकुंठ धाम कहे जाने वाले बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हो गई है। 12 मई को ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 6 बजे बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजदरबार में बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की घोषणा की गई।

badrinath kapat

धरती पर मोक्ष धाम कहे जाने वाले व करोड़ों-करोड़ हिंदुओं की आस्था के केंद्र भगवान बद्री विशाल के कपाट आगामी 12 मई को प्रातः  6:00 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। जबकि भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए 25 अप्रैल को नरेंद्रनगर के राजमहल में सुहागिन महिलाओं के द्वारा भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए तिलों का तेल पिरोया जाएगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार आज बसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर राजमहल में राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल ने टिहरी के महाराजा मनुजेंद्र शाह की कुंडली, ग्रह नक्षत्रों की गणना कर भगवान बद्री विशाल के कपाट खोलने और तेल पिरोने की तिथि व समय निर्धारित किया। पौराणिक परंपरा अनुसार ही इसकी घोषणा महाराजा मनुजेंद्र शाह द्वारा की गयी। इस मौके पर महाराजा मनुजेंद्र शाह ने भगवान बद्री विशाल से विश्व शांति और सभी के अमन, चैन तथा समृद्धि की कामना की।

पौराणिक मान्यता के अनुसार टिहरी राजा की जन्म कुंडली देख कर बसंत पंचमी के दिन बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन तय होता है। इसके साथ ही इस मौके पर बद्रीनाथ भगवान के अभिषेक के लिए तिलों का तेल पिरोने का दिन भी तय किया जाता है। तिलों का तेल पिरोने के बाद गाडू घड़ा बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना होता है। इस दिन से ही बद्रीनाथ धाम खुलने की प्रक्रिया भी शुरू मानी जाती है।