नौगांव बड़कोट, पुरोला, त्यूणी और चकराता में जगह-जगह पेड़ तेज हवा से धराशाही
देहरादून/उत्तरकाशी, ब्यूरो। एक दिन पहले जहां भूकम्प से लोग दहशत में रहे वहीं तूफान के कारण रवांई घाटी के साथ ही जौनसार के त्यूणी और चकराता आदि इलाकों में कई पेड़ तेज हवाओं से धराशाही हो गए। तीन से अधिक वाहन पेड़ों और विशालकाय टहनियों के नीचे आने से क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। कई जगह बेमौसम आए तूफान से लोग फंसे रहे। नौगांव में स्वेरी फलपट्टी मोड़ पर भी एक पेड़ गिर गया जिससे घंटों लोग जाम में फंसे रहे। चक्रवाती हवाएं इतनी तेजी चली कि छत के ऊपर लगी चदरें सैकड़ों मीटर दूर उड़कर चली गई। नौगांव बड़कोट और पुरोला में जगह-जगह पेड़ तेज हवा से धराशाही हो गए जिससे जगह जगह जाम भी लगा रहा और कई वाहन इनकी चपेट में भी आ गए। यही हाल त्यूणी और चकराता इलाके में रहा यहां भ कई घरों की छते उड़ गई। कई जगह पेड़ के नीचे वाहन दब गए।
तूफान से पुरोला तहसील के रौन गांव में शंभू नाथ के घर की छत पर लगी चादरें हवा में काफी दूर तक उड़कर चली गई। इस दौरान गनीमत यह रही कि किसी भी व्यक्ति की तूफान के दौरान मौत नहीं हुई है। परिवार के लोग तूफान के कारण हुई तोड़फोड़ में बाल-बाल बच गए। इसके अलावा बड़कोट तहसील के सुनाली गांव में विजय राणा के घर की छत भी तेज तूफान में उड़ गई। छत के ऊपर लगी चादरें कई मीटर दूर जाकर गिरी हैं। तूफान के दौरान परिवार को कोई जनहानी नहीं हुई है, लेकिन हाल ही में विजय राणा ने यह नया घर बनाया था जहां पर वह अपनी रसोई संचालित कर रहे थे। कहीं न कहीं तूफान से कई जगह तबाही मची रही।
पुरोला रोड़ पर एक आल्टो कार पर पेड़ गिरने से वह क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि उसमें सवार तीन लोग घायल हुए हैं। यह कार विकासनगर से पुरोला जा रही थी और चंदेली के पास रोड़ पर विशालकाय चीड़ का पेड़ गिर गया। इसके अलावा दुबाटा में सहानपुर से बड़कोट आई बस के ऊपर पेड़ की बड़ी टहनी गिर गई। इस दौरान भी तीन लोग घायल हुए हैं। साथ ही पड़ोसी इलाके चकराता, त्यूणी और मोरी में भी तूफान ने तबाही मचाई है। अचानक आए इस तूफान और भूकम्प से लोग सहमे हुए रहे।