DEVBHOOMI NEWS DESK: गर्मियों का सीजन जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है उत्तराखंड के जंगलों की आग विकराल रूप (LATEST UTTARAKHAND FOREST FIRE) ले रही है। जंगलों की आग इतनी बढ़ चुकी है कि राज्य में कई जगहों पर रिहायशी इलाकों के छोर तक पहुंच चुकी है। बीते मंगलवार को शाम तक एक दिन में सबसे ज्यादा जगह आग की घटनाएँ होने का रिकार्ड बना है।
राज्य में तराई पूर्वी वन प्रभाग में सात, अल्मोड़ा के आरक्षित वन क्षेत्र में पांच, मसूरी वन प्रभाग में 12, लैंसडौन भूमि संरक्षण वन प्रभाग में दो, सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग में 27, टिहरी बांध प्रथम वन प्रभाग और नैनीताल वन प्रभाग में एक-एक जगह, केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग में छह, सिविल सोयम अल्मोड़ा वन प्रभाग में एक, रामनगर वन प्रभाग में एक जगह पर आग लगने की जानकारी मिली है।
LATEST UTTARAKHAND FOREST FIRE: एक दिन में रिकॉर्ड 68 जगहों पर आग
मंगलवार को 68 जगह आग लगने की घटनाएं सामने आई थी। इनमें से 44 घटनाएं गढ़वाल मंडल में और 17 घटनाएं कुमाऊं क्षेत्र में हुई हैं। राज्य में 7 जगहों पर वन्य जीव क्षेत्र में आग लगी है। बता दें कि बीते दिनों राज्य में बारिश हुई थी लेकिन फिर भी आग में कमी नहीं हुई बल्कि तापमान में बढ़ोतरी के कारण वनाग्नि की घटनाएं बढ़ी है।
उत्तराखंड में प्रकृति के दुश्मनों की पकड़ जारी, विदेशी और नाबालिग भी आग लगाते पकड़े गए
इस सीजन राज्य में 700 से ज्यादा जगहों पर आग लगी
वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 1 नवंबर 2023 से अब तक उत्तराखंड में 700 से अधिक जगहों पर आग लगने की घटनाएं हुई है। जंगलों की आग से 902 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जलकर खाक हो गए हैं। इससे जबकि करोड़ों रुपए की संपत्ति जलकर खराब हुई है। राज्य में जंगलों की आग से चार लोगों के घायल होने की भी खबर है। वन विभाग द्वारा जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अभी तक आग लगाने वाले 298 लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं।