कांग्रेस सावधान! इस राज्य में रवाना करेगी सभी जिताऊ उम्मीदवार

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एग्जिट पोल के बाद कांग्रेस में मची खलबली, भाजपा के माहिर खिलाड़ी विजयवर्गीय और निशंक बना रहे बड़ी रणनीति

देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा गठन को लेकर आगामी दस मार्च को निर्णय सामने आ जाएगा। एक दिन पहले संपन्न हुए चुनाव के सभी सात चरणों के बाद कई टीवी चैनलों ने अपने एग्जिट पोल प्रसारित किए हैं। कई एग्जिट पोल किसी भी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं दे रहे हैं। हालांकि कई बार एग्जिट पोल के नतीजे गलत ही साबित होते रहे हैं। एग्जिट पोल के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के संभावित जिताऊ प्रत्याशियों को अपने-अपने पक्ष में शामिल करने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति चरम पर है। भाजपा के केंद्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व सीएम निशंक की जोड़ी जोड़-तोड़ की रणनीति पर काम भी कर रहे हैं। निशंक सबसे ज्यादा विधानसभा सीटों वाले हरिद्वार संसदीय क्षेत्र के सांसद होने के साथ ही जोड़-तोड़ की राजनीति में माहिर खिलाड़ी बताए हैं। इसके साथ ही कैलाश विजयवर्गीय को भी काफी मंझा हुआ नेता बताया जाता है। ऐसे में अब देखना होगा कि 10 मार्च के बाद किस-किस पार्टी को वास्तव में कितना बहुमत मिल पाता है। इस हालात को देखते हुए कांग्रेस भी अपने संभावित जिताऊ उम्मीदवारों को राजस्थान भेजने पर विचार कर रही है। पार्टी ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सभी दिग्गज नेताओं, पदाधिकारियों व प्रत्याशियों की बैठक बुलाई है। अब देखना होगा कि कांग्रेस आगे की क्या रणनीति तय करती है।

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कांग्रेस नेता जहां राज्य में अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं, वहीं जोड़-तोड़ के डर से संभावित विजेता प्रत्याशियों को कांग्रेस प्रदेश से बाहर भेजने पर विचार कर रही है। कांग्रेस भवन में आयोजित बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल मौजूद रहेंगे। यही नहीं प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, मुख्य चुनाव पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश समेत पार्टी के केंद्रीय नेता भी बैठक में शामिल होंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मंगलवार या बुधवार को पहुंच सकते हैं। कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों को सुरक्षित रखने की रणनीति पर भी बैठक में मंथन होने की संभावना है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी कांग्रेस के सावधान होने के संकेत दिए। भाजपा के एक विधायक के कांग्रेस के संभावित विधायकों के संपर्क में होने और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के उत्तराखंड आगमन को उन्होंने लोकतंत्र के लिए बड़ी भारी चेतावनी करार दिया। इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि विधायक खरीदा अभियान के सिद्धहस्त भाजपाई नेता का उत्तराखंड आगमन बड़ी चेतावनी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सावधान है। ऐसे में कांग्रेस सभी जिताऊ उम्मीदवारों को राजस्थान भेजने की तैयारी कर रही है।