जंगलों की आग से अब तक हुआ इतना नुकसान!

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उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग की घटनाएं लगातार वन विभाग और सरकार के लिए चुनौती बनी हुई है। वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार उत्तराखंड में आग लगने की 910 घटनाएं हुई है। इससे अभी तक 1144 हेक्टेयर जंगल जल चुका है। कुमाऊं क्षेत्र में आग लगने की 482 घटनाएं और गढ़वाल क्षेत्र में 355 आग लगने की घटनाएं हुई है। इसके अलावा 73 घटनाएं वन्य जीव क्षेत्र में हुई है।

गर्मियों में तापमान बढ़ने के साथ ही आग विकराल रूप ले रही है। कई क्षेत्रों में आग आबादी के आस पास बढ़ रही है। गढ़वाल मंडल की बात करें तो सर्वाधिक जंगल की आग लगने की घटना सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग में हुई है। यहां 65 आग लगने की घटनाएं हुई हैं। मसूरी में भी 42 घटनाएं हुई हैं। जंगलों में आग लगने की घटनाओं में अभी तक 351 लोगों के खिलाफ मुकद्दमे दर्ज किये गए हैं। राज्य में आग की घटनाओं को रोकने के लिए 1438 फायर क्रूज स्टेशन बनाए गए हैं। जिसमें तकरीबन 4000 फायर वाचारों को तैनात किया गया है। इसके बावजूद भी जंगल धधक रहे हैं।

राज्य में आग से झुलसने के कारण तीन मजदूरों समेत एक स्थानीय महिला की मौत हुई है। बीते रविवार को पौड़ी जिले के थपली गांव में 65 वर्षीय सावित्री देवी घर के पास रखे घास के ढेर के पास लगी आग बुझाते वक्त बुरी तरह झुलस गई थी। लेकिन आग में झुलस जाने के कारण उनकी मौत हो गई थी।