Uttarakhand Devbhoomi Desk: देवाल विकासखण्ड में बिजली उत्पादन कर रही 5 मेगावाट की चमोली हाइड्रो पावर कंपनी के खिलाफ लोगों का (Chamoli Hydro Power Plant) गुस्सा कम होने का नाम नही ले रहा है। दरअसल डैम साइड पर निर्माण कार्य मे अवैध रूप से खनन कर निकाले गए खनिज को निर्माण कार्य मे उपयोग कर कंपनी जहां सरकार को प्रत्येक वर्ष लाखो का चूना लगा रही है।
वहीं सोशियल वेलफेयर के नाम पर (Chamoli Hydro Power Plant) कंपनी द्वारा प्रभावित गांवों की उपेक्षा कर सोशल वेलफेयर फंड के दुरुपयोग पर प्रभावित गांवों के ग्रामीणों का गुस्सा सामने आया है। बता दें कि वर्ष 2019 में बादल फटने से फल्दियागांव में कई घर बह गए, कई परिवार बेघर हो गए, लेकिन सोशियल वेलफेयर का दावा करने वाली कंपनी ने प्रभावित गांव के लिए मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया।

Chamoli Hydro Power Plant: कंपनी लगा रही सरकार को चूना
ऐसे में ग्रामीणों ने चमोली हाइड्रो पावर कंपनी की मनमानी पर रोष जताते (Chamoli Hydro Power Plant) हुए कहा कि कंपनी द्वारा हर वर्ष लाखो रुपये की खनन सामग्री कैल नदी से निकाली जाती है। लेकिन सरकार को रॉयल्टी के साथ ही अन्य करों का चूना लगाया जाता रहा है। वहीं कंपनी द्वारा प्रभावित गांवों में विकास कार्यो का जो वादा किया था कंपनी आजतक उसे भी पूरा नहीं कर पाई है।
बताया जा रहा है कि कैल नदी में खनन की सूचना पर जिला खान अधिकारी भी राजस्व टीम के साथ मौके का मुआयना कर चुके हैं । अब देखना ये होगा कि पिछले लंबे समय से रॉयल्टी और अन्य करों की चोरी कर रही चमोली हाइड्रो पावर कंपनी पर प्रशासन क्या कार्यवाही कर पाता है?
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