IGAS FESTIVAL: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दिल्ली में भाजपा सांसद अनिल बलूनी के आवास पर उत्तराखंड के लोकपर्व इगास बग्वाल मनाने पहुंचे। इगास, जिसे बूढ़ी दिवाली भी कहा जाता है, उत्तराखंड की एक विशिष्ट परंपरा है और दिवाली के 11वें दिन मनाया जाता है। उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ा यह पर्व राज्य के लोगों...
IGAS BAGWAL या बूढ़ी दीपावली उत्तराखंड की एक महत्वपूर्ण और अनूठी परंपरा है, जो दीपावली के 11वें दिन मनाई जाती है। यह पर्व खासकर उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र में मनाया जाता है, जबकि गढ़वाल में इसे अलग ढंग से मनाने की परंपरा है। इगास का पर्व न केवल धार्मिक आस्थाओं से जुड़ा है, बल्कि इसमें...
DEVUTHANI EKADASHI 2024: दीपावली के बाद देश में देवउठनी एकादशी पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे प्रबोधिनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चार महीने के योगनिद्रा के बाद भगवान विष्णु इसी दिन जागते हैं, जिसके कारण इस तिथि को देवोत्थान और प्रबोधिनी एकादशी के...
GOPASHTAMI: भारत जैसे धार्मिक संपन्नता वाले देश में गोपाष्टमी पर्व का विशेष महत्व है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण की पूजा और उनके जीवन को समर्पित है। भगवान कृष्ण को गोपाल भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है “गायों का रखवाला।” गोपाष्टमी के दिन विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और गायों की पूजा की जाती है,...
DIWALI 2024 में इस बार महालक्ष्मी पूजन को लेकर तिथि की स्थिति के कारण लोगों में भ्रम की स्थिति है, क्योंकि अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर और 1 नवंबर, दोनों ही दिनों में पड़ रही है। इस दुविधा का कारण यह है कि दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के लिए कार्तिक अमावस्या का प्रदोषकाल विशेष रूप से शुभ...
DHANTERAS: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस साल 30 अक्टूबर को धनतेरस मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, जिससे इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी कहा जाता है। इस दिन विशेष रूप...
DHANTERAS जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, भारतीय त्योहारों की एक महत्वपूर्ण और खास तारीख है। यह त्योहार दिवाली के पहले दिन मनाया जाता है और धन, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की देवी, मां लक्ष्मी की पूजा का दिन है। धनतेरस का पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को आता है। वैदिक...
KARWA CHAUTH का व्रत हिंदू धर्म में विवाहित महिलाओं द्वारा विशेष रूप से रखा जाता है। यह व्रत पति की लंबी आयु, स्वास्थ्य और सौभाग्य के लिए किया जाता है। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को इस पर्व का आयोजन किया जाता है। करवा चौथ भारतीय संस्कृति और परंपरा का...
BADRINATH DHAM: हर साल विजयदशमी के पर्व पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की तिथि की घोषणा की जाती है। इस साल भी यही परंपरा निभाई गई, इस साल शीतकाल के लिए बदरीनाथ के कपाट 17 नवंबर 2024 को 9 बजकर 7 मिनट पर शीत काल हेतु बंद कर दिए जायेंगे। इस तिथि का...
GANGOTRI DHAM भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने की प्रक्रिया में है। यह पवित्र स्थल 2 नवंबर को दोपहर 12:14 बजे अभिजीत मुहूर्त में अपने कपाट बंद करेगा। यह समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है, और इस मुहूर्त में कपाट बंद करने...