Uttarakhand Devbhoomi Desk: इंटरनेट मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी से गुस्साए भोटिया जनजाति के लोग सड़क पर उतरकर (Bhotia Tribe Protest) जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि गोपेश्वर महाविद्दालय में तैनात प्रोफेसर भगवती प्रसाद ने भोटिया जनजाति की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी का थी जिससे भोटिया समाज के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। इसी को लेकर हजारों की संख्या में महिला-पुरुष सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया से उठे इस विवाद में फंसे प्रोफेसर डॉ भगवती प्रसाद पुरोहित का कहना है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है।
Bhotia Tribe Protest: ये है आक्रोश का असल कारण
दरअसल, 10 जनवरी को दीपक ढौंडियाल नाम के एक व्यक्ति द्वारा फेसबुक प्रोफाइल (Bhotia Tribe Protest) पर एक लेख अपलोड किया (Bhotia Tribe Protest) गया था। जिस पर लिखा था डॉ भगवती प्रसाद पुरोहित की कलम से। बता दें कि डॉ भगवती प्रसाद पुरोहित चमोली जिले के एक शिक्षक हैं। उन्होने लेख में भोटिया जनजाति की महिलाओं और बेटियों पर आपत्तिजनक पोस्ट लिखा था। वहीं इस पोस्ट को 48 लोगों ने साझा किया था।
ऐसे में इस पोस्ट से भोटिया समाज आक्रोशित हो गया। और 17 जनवरी को गोपेश्वर थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन जोशीमठ आपदा के कारण पुलिस ने इसी मामले में 18 फरवरी को FIR दर्ज की।
भोटिया समाज का कहना है कि एक शिक्षक समाज को रास्ता दिखाता है। और (Bhotia Tribe Protest) जब शिक्षक ही ऐसी अभद्र बातें लिखने लग जाएं, तो समाज कहां जाएगा। इस दौरान उन्होने कहा कि यदि शिक्षक पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इसको लेकर उन्होने 13 मार्च को विधानसभा भवन घेरने की भी योजना बनाई है।
वहीं जब शिक्षक से इस बारे में पूछताछ की गई तो, उन्होने कहा कि ‘मैंने अभी तक भोटिया जनजाति पर कुछ नहीं लिखा है। कुछ लोग जो सनातन धर्म को मिटाना चाहते हैं, हिंदू धर्मग्रंथों को जलाते हैं, उनको इस बात से चिढ़ है कि मैं अपनी पुस्तकों से सनातन धर्म को पुनर्स्थापित कर रहा हूं’।
उन्होने आगे कहा कि ‘मुझे ट्रोल कर चरित्र हनन किया जा रहा है। मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है। मैंने अपनी बात पुलिस के समक्ष रख दी है और इस संबंध में लिखित रूप से दिया है।
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