Home धार्मिक कथाएं इस मंदिर में भक्तों पर संकट आने से पहले रो देते हैं...

इस मंदिर में भक्तों पर संकट आने से पहले रो देते हैं भैरव बाबा

0
Bajreshwari Temple

Bajreshwari Temple: हिंदु, मुस्लिम और सिख तीनों करते हैं यहां पूजा

Bajreshwari Temple: क्या आपने कभी किसी ऐसे मंदिर के बारे में सुना है जहां भक्तों पर मुसीबत आने से पहले भगवान रो देते हैं। बिलकुल ठीक सुना आपने, हमारे देश में एक ऐसा ही मंदिर (Bajreshwari Temple) मौजूद है जहां भक्तों पर अगर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो उसका संकेत भगवान भैरव उन्हें स्वयं देते हैं।

जो भी भक्त इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में आता है उस पर अगर कोई कष्ट आने वाला होता है तो भगवान की मूर्ती की आंखों पर से अपने आप ही आंसू गिरने लगते हैं। ये चमत्कारी मंदिर देवभूमी हिमाचल के कांगड़ा में मौजूद है। इस मंदिर का नाम है बज्रेश्वरी मंदिर (Bajreshwari Temple) जो 51 शक्तिपीठों में से एक है।

इस स्थान पर माता सती का दाहिना वक्षस्थल गिरा था जिस कारण इसे स्तनपीठ भी कहा जाता है। इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में माता के साथ भगवान शिव भैरव नाथ के रूप में विराजमान है। मंदिर (Bajreshwari Temple) के पुजारियों और आस पास के लोगों का कहना है कि जब भी कभी आस पास के गांव या फिर भैरव बाबा के किसी भी भक्त पर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो भैरव बाबा की आखों से अपने आप ही आंसू गिरने लगते हैं।

ये भी पढ़ें:
Angkor Wat Temple
भगवान विष्णु का सबसे बड़ा मंदिर भारत में नहीं बल्की इस देश में स्थित है

आपको बात दें कि भैरव बाबा की ये प्रतिमा करीबन 5000 साल से भी ज्यादा पुरानी है। इस मंदिर के पुजारियों का कहना है कि जब भी बाबा भैरव की मूर्ती से आंसू गिरते हैं इसका मतलब होता है कि आस पास के क्षेत्र या फिर किसी भक्त पर कोई संकट आने वाला है।

इस संकट को दूर करने के लिए मंदिर के पुजारी विशेष पूजा अर्चना करते हैं और साथ ही हवन भी करते हैं। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से भैरव बाबा अपने भक्तों के कष्टों को हर लेते हैं।

आपको बता दें कि इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में माता की तीन पिंडियां मौजूद है जो तीन धर्मों का प्रतीक है, यानी की हिन्दु, मुस्लिम और सिख धर्म। इस मंदिर (Bajreshwari Temple) में तीनों धर्मों के लोग आकर पूजा-अर्चना करते हैं, जो धर्मों की एकजुटता को दर्शाता है।     

ये भी पढ़ें:
भगवान बुद्ध के इस दांत के लिए हुई थी कई लड़ाइयां

 

For latest news of Uttarakhand subscribe devbhominews.com

Exit mobile version