हरिद्वार (अरुण कश्यप): हरिद्वार का रेलवे स्टेशन वैसे तो अब सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाओं और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था से लैस है, लेकिन रेलवे प्रशासन की छोटी सी भूल अब बड़े हादसों के साथ साथ कई प्रकार के अपराधियों को भी न्यौता दे रही है। दरअसल, सुरक्षा व्यवस्था के चलते रेलवे प्रशासन द्वारा स्टेशन परिसर को चाहरदिवारी कर चारों ओर से बंद कर दिया था। स्टेशन परिसर के भीतर केवल बनाए गए गेट से ही जाया जा सकता है। प्रवेश के लिए चार गेट बनाए गए हैं, इन सभी गेट पर सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम भी हैं।
निर्मला छावनी की ओर से आकर हरिद्वार में पुरुषार्थी मार्केट तक आने वाले रास्ते को भी चारदीवारी कर बन्द कर दिया गया था, लेकिन पिछले दिनों कुछ असामाजिक तत्वों ने इस दीवार को तोड़कर यहां से रास्ता बना लिया। जिसके सहारे एक ओर अब दिन भर जहां सैकड़ों यात्री सीधे रेलवे लाइन तक पहुंच जाते हैं तो वहीं दूसरी ओर शाम ढलने के बाद कई आपराधिक प्रवृति के लोग स्टेशन परिसर में घुस जाते हैं। दिन भर यहां पहुंचने वाले यात्री असुरक्षित तरीके से रेलवे लाइन पार करते हैं जिससे कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है सोमवार को भी दिन भर यहां सैकड़ों लोगों ने असुरक्षित तरीके से रेलवे लाइन को पार किया।
क्या कहते हैं रेलवे के अफसर
‘‘आपके द्वारा यह मामला संज्ञान में लाया गया है, रेलवे की इंजीनियरिंग डिविजन को इस दीवार की मरम्मत के लिए कहा जाएगा’’-एमके सिंह, स्टेशन अधीक्षक, हरिद्वार।
‘‘हमारे द्वारा बार-बार इस दीवार को बनाया जाता है, लेकिन फिर भी इस दीवार को कुछ लोगों द्वारा तोड़ दिया जाता है। अब शीघ्र ही यह दीवार फेंसिंग के साथ बनाई जाएगी।’’ -गणेश ठाकुर असिस्टेंट डिविजनल इंजीनियर उत्तर रेलवे, हरिद्वार।