Uttarakhand Devbhoomi Desk: उत्तराखंड विधानसभा में बैकडोर भर्तियों के चलते बर्खास्त होने वाले 228 कर्मचारियों ने आज विधानसभा के बहार धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर दोबारा से नियुक्ति (assembly backdoor recruitment) की मांग की। आपको बता दें कि कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने 2016 के बाद के ही नियुक्त कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई लेकिन उससे पहले के कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
assembly backdoor recruitment: ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि विधानसभा में बैकडोर से भर्तियां करने पर सवाल उठने पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने 23 सितंबर 2022 को तत्काल प्रभाव से 2016 से 2021 तक की गईं कुल 228 नियुक्तियां को रद्द कर कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद से ही बर्खास्त कर्मचारी (assembly backdoor recruitment) अदालतों के चक्कर काटते रहे। ऐसे में जब वह हाईकोर्ट गए तो वहां भी उन्हें निराशा मिली। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी कर्मचारियों की याचिका खारिज कर दी। इसके बाद से बर्खास्त कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया।
इस बीच पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस नेता गोविंद सिंह कुंजवाल (assembly backdoor recruitment) ने वर्तमान स्पीकर ऋतु खंडूड़ी पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यदि विधानसभा में हुई नियुक्तियां गलत तरीके से की गई हैं तो 2001 से 2022 तक की गई सभी नियुक्तियों को तत्काल निरस्त किया जाए। वरना निकाले गये 2016 के बाद के कर्मचारियों को बहाल किया जाए।
कुंजवाल ने स्पीकर ऋतु खंडूड़ी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने कहा कि स्पीकर अब सवालों के घेरे में हैं। वह किसी निजी कारणों से विधानसभा में 2016 से पहले के बैकडोर भर्ती वालों को बचाने का कार्य कर रही हैं।
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