घर में किसी की मृत्यु के बाद क्यों नहीं जलता चूल्हा?

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After Death Rituals: मृत व्यक्ति के परिजन क्यों खाते हैं बिन हल्दी का खाना?

After Death Rituals: आपने देखा होगा कि जब किसी के घर में किसी व्यक्ति की मृत्यु (After Death Rituals) हो जाती है तो ऐसे में उस घर में चूल्हा नहीं जलता है बल्कि आस पड़ोस के लोग या फिर रिश्तेदार उस घर में खाना बनाकर देते हैं, लेकिन क्या आप लोगों को ये मालूम है कि ऐसा होता क्यों है।

इस बात का वर्णन गरुड़ पुराण में किया गया है। अगर घर के किसी सदस्य की मृत्यु (After Death Rituals) हो जाती है तो जबतक उस मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार नहीं हो जाता तबतक घर में चूल्हा नहीं जलता है। ऐसा माना जाता है कि भोजन तब किया जाता है जब मन प्रसन्न होता है लेकिन अगर मन ही न प्रसन्न हो तो भोजन नहीं करना चाहिए।

गरुड़ पुराण के अनुसार अगर मृत व्यक्ति के घर में चुल्हा जलता है तो ऐसा में मृत व्यक्ति को अपने अंतिम सफर (After Death Rituals) में काफी कष्ट झेलने पड़ते हैं और अगर आप घर में चुल्हा जलाते हैं और आत्मा को कष्ट होता है तो ऐसे में वो आत्मा आप पर क्रोधित भी हो सकती है और आपको भी कष्ट दे सकती है। यही वजह है कि ऐसे में घर में चूल्हा (After Death Rituals) नहीं जलता है।

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गरुण पुराण में ये भी बताया गया है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु (After Death Rituals) हो जाती है तो उसे देवता के समान माना जाता है और उसे उसी भांती सम्मान भी दिया जाता है। ऐसे में मृत व्यक्ति (After Death Rituals) की जो भी क्रियाएं की जाती हैं उन्हें बिना भोजन के किया जाता है, यानी की मृत व्यक्ति का पहले पिंडदान किया जाता है उसके बाद ही भोजन किया जाता है।

जहां मृत्यु (After Death Rituals) के बाद घर में चुल्हा न जलने का धार्मिक कारण है वहीं इसका एक वैज्ञानिक कारण भी है। दरअसल जब किसी व्यक्ति की मृत्यु (After Death Rituals) होती है तो उल्टी क्रिया होना शुरु हो जाती है ऐसे में शरीर में मौजूद तत्व क्रिया करके बैक्टीरिया उत्पन्न करते हैं जन्हें देखा नहीं जा सकता और यदि आप इन बैक्टीरियाज की उपस्थिति में घर में खाना बनाते हैं तो ये खाना दूषित माना जाता है और अशुद्ध भी। यही वजह है कि घर में यदी किसी की मृत्यु हो जाती है तो घर में चुल्हा नहीं जलाना चाहिए।

घर में किसी की मृत्यु के बाद क्यों नहीं जलता चूल्हा?

इसके साथ ही जब आस पड़ोस या फिर रिश्तेदार मृत (After Death Rituals) व्यक्ति के परिजनों को भोजन बनाकर देते हैं तो उस भोजन में हल्दी का इस्तेमाल नहीं किया जाता। सनातन धर्म में हल्दी को बेहद पवित्र माना जाता है, इसे हर शुभ कार्य में इस्तेमाल किया जाता है तो ऐसे में जब घर में किसी व्यक्ति की मृत्यु (After Death Rituals) हो जाती है तो वहां सूतक लग जाता है और यही वजह है कि तेरह दिनों तक न ही घर में कोई पूजा पाठ होता है और न ही हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है।  

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