DEVBHOOMI NEWS DESK: हरिद्वार में गंगा पूजन के साथ शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आज यानि बुधवार से उत्तराखंड के चारधामों की शीतकालीन तीर्थ यात्रा (UTTARAKHAND WINTER CHARDHAM YATRA) की शुरुआत कर दी है। वो इसके बाद अब बड़कोट जाएंगे जहाँ नगर क्षेत्र में उनका अभिनंदन व भव्य स्वागत किया जाएगा। वो मां यमुना के शीतकालीन पूजा स्थल खरसाली पहुंचेंगे। वहाँ सायंकालीन पूजा और आरती में शामिल होंगे। गुरुवार को शंकराचार्य उत्तरकाशी के लिए प्रस्थान करेंगे।
UTTARAKHAND WINTER CHARDHAM YATRA का क्रम
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि जैसे यात्रा का क्रम रहता है, पहले यमुनोत्री, गंगोत्री केदार और बदरीनाथ, इसी तरीके से जो शीतकालीन यात्रा है वह खरसाली, मुखबा, उखीमठ और जोशीमठ होती है। उसी क्रम से हम लोग यात्रा (UTTARAKHAND WINTER CHARDHAM YATRA) करेंगे।
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उनका कहना है कि उत्तराखंड में जो चारधाम हैं, उनकी यात्रा करने का बहुत बड़ा पुण्य मिलता है। आप सब जानते हैं कि इस बात को लेकिन यह भ्रम आपके मन में हो गया है कि शीतकाल के 6 महीने यात्रा नहीं हो सकती है। इस भ्रम को तोड़ दीजिए। आप किसी भी समय वर्ष में चाहे वह शीतकाल हो चाहे वह ग्रीष्मकाल हो, यात्रा के लिए आइये। उत्तराखंड के चारधाम आपको आशीर्वाद देने के लिए सदैव विद्यमान हैं।
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