देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड में दूसरी बार कमान संभालने के बाद सीएम धामी एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे हैं। अब देवभूमि उत्तराखंड में संचालित करीब 420 मदरसों को धामी सरकार आधुनिक करने के लिए विश्लेषण कर रही है। सरकारी स्कूलों की तरह इनमें भी स्मार्ट कक्षाएं चलाई जाएंगी। सीएम धामी ने मीडिया वार्ता में इसके संकेत दिए हैं। हांलांकि इस फैसले पर मुस्लिम नेताओं की सोच भी बंटी हुई दिखाई दे रही है।
बता दें कि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में उत्तराखंड में करीब 420 रजिस्टर्ड मदरसे है, लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन के कितने मदरसे चल रहे, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। सीएम धामी का कहना है कि मदरसों का आधुनिकीकरण होगा। सरकारी स्कूलों की तरह इनमें भी स्मार्ट कक्षाएं चलेंगी। यहां पारंपरिक शिक्षा के साथ अब दूसरे सब्जेक्ट भी पढ़ाए जाएंगे, ताकि यहां के बच्चे भी सरकारी स्कूलों की तरह शिक्षा ग्रहण कर सके।
दरअसल, अभी तक मदरसों के अंदर केवल इस्लामिक शिक्षा ही दी जाती है। वहां का एजुकेशन सिस्टम केवल इस्लाम के विषयों पर ही आधारित है। देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान बरकरार रखे जाने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं। फिर चाहे वह सत्यापन अभियान हो या पहाड़ों पर अवैध जमीन के कब्जे। सीएम धामी ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है कि धामी 2.0 में उत्तराखंड की संस्कृति और उसकी आध्यात्मिकता को बढ़ावा दिया जाएगा।’