सरकार बनाने की भविष्यवाणी…दो समर्थक, 12 गवाह; 4 बीघा जमीन दांव पर

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सरकार बनाने की भविष्यवाणी पर लगी यहां 4 बीघा जमीन दांव पर
किसकी बनेगी सरकार? यहां सपा-भाजपा समर्थकों ने पंचायत में बैठक कर किया करार

लखनऊ, ब्यूरो। एक दिन बाद यानी 10 मार्च को पांच राज्यों के चुनावों के परिणाम सामने आ जाएंगे। लोग तरह-तरह के दावे कर रहे हैं, लेकिन बदायूं में दो लोगों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि मामला चार बीघा जमीन एक-दूसरे के नाम करने की शर्त रख दी। गांव में पंचायत की बैठक हुई 12 गवाहों के सामने दोनों के बीच करार हुआ। अब देखना होगा कि किस पार्टी की सरकार बनती है। एक व्यक्ति जहां सपा की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं वहीं दूसरे व्यक्ति भाजपा की।

भारतीय जनता पार्टी या समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी? एग्जिट पोल के आंकड़ों को लेकर मचे घमासान के बीच यूपी के बदायूं से एक दिलचस्प मामला सामने आया है, जिसमें चार बीघा जमीन की जोत दांव पर लगाई है। बीजेपी और सपा के दो समर्थकों विजय सिंह और शेर अली के बीच लगी इस शर्त का पूरा गांव गवाह बना है और बकायदा अंगूठे का निशान लगाकर करारनामा तैयार किया गया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दोनों में से कोई पक्ष मुकर न जाए इसके लिए गांव के प्रमुख लोग किशनपाल सेंगर, जय सिंह शाक्य, कन्ही लाल, राजाराम, उमेश, राजीव कुमार, सतीश कुमार सहित 12 लोग गवाह बने। पंचायत में करारनामा लिखा गया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यानी 10 मार्च के नतीजे ना सिर्फ यह तय करेंगे कि यूपी में कौन मुख्यमंत्री बनेगा, किसकी सरकार चलेगी, बल्कि यह भी साफ होगा कि बदायूं के बिरियाडांडी गांव में किसके पास चार बीघे जमीन एक साल के लिए आएगी और किसके हाथ से निकलेगी।

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यह अजब-गजब मामला बदायूं के शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र का है। यहां के ककराला नगर पालिका के तहत आने वाले बिरियाडांडी गांव में दो किसानों के बीच राजनीतिक भविष्यवाणी को लेकर ठीक उसी तरह बहस शुरू हुई थी जैसे किसी भी चैक-चैराहे या चाय-पान की दुकान पर किसी पार्टी की जीत हार को लेकर आमतौर पर होती है, लेकिन यहां दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गई कि मामला पंचायत तक पहुंचा। विजय सिंह का कहना है कि भाजपा सरकार बनेगी तो शेर अली दावा कर रहे हैं कि सपा जीतने जा रही है।

इसके बाद गांव के प्रमुख लोगों को बुलाकर पंचायत लगाई गई। इस दौरान दोनों ने शर्त लगाई कि यदि बीजेपी की सरकार बनी तो शेर अली शाह अपनी चार बीघा जमीन विजय सिंह को एक साल तक खेती के लिए देंगे। वहीं, यदि सपा की सरकार बनी तो विजय सिंह को 4 बीघा जमीन एक साल के लिए शेर अली के हवाले करनी होगी।