UN Report Xinjiang 2022: अन्य अल्पसंख्यक के साथ हो रहे अत्याचार
नई दिल्ली: यूएन की तरफ से एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमे चीन का भयानक चेहरा फिर से सामने आया है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि किस तरीके से चीन शिनजियांग क्षेत्र में रहने वाले उइगरों और अन्य अल्पसंख्यक के साथ अत्याचार करता है। (UN Report Xinjiang 2022) यूएन ने मानवता के खिलाफ इसे घोर अपराध बताया है। इस रिपोर्ट का काफी समय से इंतज़ार किया जा रहा था, इसे जेनेवा में जारी किया गया है।
“रिपोर्ट को सबके सामने लाना जरुरी था”
आपको बता दें कि यूएन ह्यूमन राइट्स कमिश्नर मिशेल बाचेलेट का चार साल का कार्यकाल पूरा होने वाला है। इससे पहले ही इस रिपोर्ट को सार्वजानिक कर दिया गया है। उनके द्वारा कहा गया है कि इस रिपोर्ट को सबके सामने लाना जरुरी था। हालांकि चीन इस रिपोर्ट को लेकर यूएन पर अपना दवाब बना रहा था।
UN Report Xinjiang 2022: मानवाधिकार और मौलिक अधिकारों का हनन
चीन पर इस बात का आरोप लग रहा है कि लगभग 10 लाख उइगर मुस्लिमों को उसने काफी सालों से शिनजियांग क्षेत्र में बंधक बना कर रख रखा है। यूएन रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि चीन के द्वारा जमकर मानवाधिकार और मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
UN Report Xinjiang 2022 : आपको बता दें कि खुद मिशेल बाचेलेट के द्वारा चीन के शिनजियांग क्षेत्र का दौरा किया जा चुका है। जिसके बाद इस रिपोर्ट पर काम करना शुरू हुआ।
इन्हे कई तरह की यातनाएं दी गई
इस रिपोर्ट से इस बात की जानकारी मिलती है कि चीन में जो मुस्लिम समुदाय है उसे यौन और लिंग आधारित हिंसा का सामना करना पड़ा है। इन लोगों को हिरासत में रखा गया। जहां पर इन्हे कई तरह की यातनाएं दी गई हैं, इनकी जबरन नसबंदी भी कराई गई है। यूएन (UN Report Xinjiang 2022) के द्वारा इस जुर्म को अंतरराष्ट्रीय अपराध बताया गया है। जो जांचकर्ता है उन्होंने इस बात का दावा किया है कि चीन के खिलाफ अत्याचार के ‘विश्वसनीय सबूत’ प्राप्त हुए हैं, इन्हे ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ की ही संज्ञा दी गई है।
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