देहरादून ब्यूरो- उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा पिछले वर्ष दिसंबर में कराई गई परीक्षा में हुए पेपर लीक मामले एसटीएफ को एक और कामयाबी मिली है। इस मामले में एसटीएफ ने लखनऊ से प्रिंटिंग प्रेस के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। यह कर्मचारी उस प्रिंटिंग प्रेस का है जो आयोग के तकनीकी मदद देती है।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 2021 में 4 और 5 दिसंबर को हुई स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा कराई थी। इसमें 854 पदों के लिए 1.60 लाख युवाओं ने प्रतिभाग किया। जिसके बाद इसमें बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी। इस फर्जीवाड़े को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एसटीएफ को जांच सौंपी थी। जिसमें एसटीएफ ने खुलासा करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में आरोपी जयजीत और मनोज जोशी को पुलिस ने रिमांड में लिया। इन से पूछताछ के बाद पुलिस ने लखनऊ में छापेमारी की। यहां पुलिस ने आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन नाम की प्रिंटिंग प्रेस पर दबिश दी। यहां से पुलिस को परीक्षा में गोपनीय कार्यों में शामिल रहे आरोपी अभिषेक वर्मा को गिरफ्तार किया गया। अभिषेक वर्मा से एसटीएफ ने यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में जुड़े नेटवर्क के बारे में पूछताछ करने में जुटी हुई है। पेपर लीक मामले में खुलासा करते हुए एसटीएफ ने इस तरह से सात आरोपियों को गिरफ्तार कर दिया है।
अब तक गिरफ्तार आरोपी
1- जयजीत दास पुत्र विमल दास निवासी पंडितवाड़ी, देहरादून
2- मनोज जोशी पुत्र बालकिशन जोशी निवासी मयोली, दनिया, अल्मोड़ा
3- मनोज जोशी पुत्र रमेश जोशी निवासी पाटी, चम्पावत
4- कुलबीर सिंह चौहान पुत्र सुखबीर सिंह चौहान निवासी चांदपुर, बिजनौर
5- शूरवीर सिंह चौहान पुत्र अतर सिंह चौहान निवासी कालसी, देहरादून
6- गौरव नेगी पुत्र गोपाल नेगी निवासी नजीमाबाद किच्छा, ऊधम सिंह नगर